रायपुर : कहते हैं शौक बड़ी चीज है और हर शख्स को किसी न किसी चीज का शौक होता है. कई लोग अपने शौक को जुनून भी बना लेते हैं और उनका यहीं जुनून उन्हें दुनिया की भीड़ से एक अलग पहचान दिलाता है. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भी एक ऐसे ही शख्स हैं, जिनके शौक ने उन्हें मशहूर कर दिया है. ये हैं रायपुर के रावणभाटा के रहने वाले मनोहर डींगवानी, जिनके पास दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी रेडियो लाइब्रेरी है.
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मनोहर डींगवानी ने अपने घर को ही रेडियो लाइब्रेरी बना दिया है.जहां आज 500 से ज्यादा अलग-अलग मॉडल के रेडियो मौजूद हैं. इस लाइब्रेरी में भारत की आजादी से पहले के कई रोडियो रखे हैं. जो आज भी चलते हैं. मनोहर डींगवानी बताते हैं, उनके पास ऐसे कई रेडियो हैं, जो अंग्रेजों के जमाने के हैं. आज रेडियो दिवस पर ईटीवी भारत ने उनसे उनकी शौक और रोडियो की दीवानगी पर विशेष बात की.
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मनोहर डींगवानी ने बताया कि 'स्मार्टफोन और ऑनलाइन रेडियो के दौर में लोग रेडियो सेट को तकरीबन भूलते जा रहे हैं. 1968 से उनकी रेडियो की प्रति ये दीवानगी जारी है. वो हर रोज 2 घंटे इन रेडियो के रख-रखाव के लिए देते हैं. उन्होंने बताया कि 'उनकी कोशिश रहती है की वे ज्यादा से ज्यादा रेडियो हर दिन चालू करके देखें. मनोहर लगभग 48 वर्ष से इन रेडियो का संग्रह कर रहे हैं.