रायपुर: धर्म संसद में महात्मा गांधी पर दिए गए विवादित टिप्पणी के बाद कालीचरण महाराज को 13 जनवरी तक न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है. कालीचरण महाराज का जेल में शनिवार को दूसरा दिन रहा. कालीचरण महाराज को जिस जेल में रखा गया है वहां उन्हें सुबह सबसे पहले चाय के साथ खिचड़ी दी गई, लेकिन चाय पीने से इंकार कर दिया और कालीचरण ने खिचड़ी (Kalicharan ate khichdi) खाई. इसके बाद करीब एक घंटे तक वो टहलते रहे. फिर कुछ देर बाद आराम करने लगे.
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कालीचरण महाराज का घटा वजन
कालीचरण महाराज के करीबियों की माने तो धर्म संसद में शामिल होने जब कालीचरण छत्तीसगढ़ आए. उससे पहले कालीचरण महाराज का वजन करीब 90 किलोग्राम था. वहीं विश्वसनीय सूत्रों की माने तो जेल में बंद कालीचरण महाराज का वजन पहले से कम हो गया है. धर्म संसद के बाद से कालीचरण महाराज का दौड़ भाग बहुत ज्यादा हो गई था. इस मामले के बाद से कालीचरण तनाव में थे. इतना ही नहीं शुक्रवार को जब रायपुर कोर्ट में कालीचरण महाराज को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजने के आदेश मिला तो उनके चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ तौर पर दिखाई दे रही थी. हालांकि कोर्ट से जब उन्हें जेल ले जाया जा रहा था. उस दौरान कालीचरण हाथ हिलाते हुए जय श्री राम के नारे लगाए.
दोपहर में दाल रोटी और शाम में खाया चावल
ये बात पता चली है कि कालीचरण महाराज को दोपहर करीब 12 बजे दाल-रोटी के साथ चावल दिया गया था. इस दौरान उन्होंने चावल खाने से इनकार कर दिया. दाल के साथ 4 रोटी खाई. इसके बाद उन्हें करीब 5 बजे दुबारा खाना दिया गया. इस मौके पर कालीचरण महाराज ने रोटी, चावल और चना आलू की सब्जी खाई. भोजन लेने के बाद वे काफी समय तक अपने बैरक में टहलते रहे.
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3 जनवरी को बेल की अर्जी
26 दिसंबर को राजधानी रायपुर में आयोजित धर्म संसद में कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. उसके बाद से फरार चल रहे कालीचरण महाराज को पुलिस ने गुरुवार की सुबह मध्यप्रदेश के खजुराहो से गिरफ्तार कर देर शाम रायपुर कोर्ट में पेश किया. इस दौरान कोर्ट ने पुलिस की मांग पर 2 दिनों के लिए पुलिस कस्टडी में भेजने का आदेश दिया. पुलिस ने पूछताछ के बाद 2 दिन से पहले शुक्रवार को ही कालीचरण को कोर्ट में पेश कर दिया. प्रथम श्रेणी न्यायाधीश ने शुक्रवार को उन्हें 13 जनवरी तक के लिए न्यायिक रिमांड पर भेज दिया. अब 3 जनवरी को कालीचरण की बेल की अर्जी लगाई जाएगी.