रायपुर : राजधानी में तीसरे दिन भी जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल जारी है. शुक्रवार से जूडा ने इमरजेंसी सेवाएं देना भी बंद कर दिया है, जिससे मरीजों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
हड़ताल कर रहे जूनियर डॉक्टर्स का कहना है कि, 'हम अपनी मांगों को लेकर 3 दिनों से हड़ताल पर हैं, लेकिन शासन का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी हमारी बात सुनने को तैयार नहीं है'.
दरअसल, बुधवार को पंडित जवाहर लाल नेहरू मेमोरियल मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर्स ने डीन को पत्र लिखकर हड़ताल पर जाने की बात कही थी, जिसके बाद बुधवार सुबह 8:30 बजे से जूडा स्टाइपंड बढ़ाने और सुरक्षा संबंधी मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए.
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दो दिनों से जूनियर डॉक्टर्स ओपीडी और वार्ड संबंधी सेवाएं नहीं दे रहे थे, वहीं शुक्रवार से जूडा ने इमरजेंसी सेवाएं भी ठप कर दी हैं, हालांकि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने जूडा की हड़ताल पर सख्त लहजे में कहा था कि, 'किसी के रहने न रहने से सेवाएं बाधित नहीं होंगी'.