रायपुर: रेल मंत्रालय छत्तीसगढ़ में लगातार ट्रेनों को निरस्त कर रहा है. जिसके कारण आम नागरिकों को काफी दिक्कतें हो रही है. अजीत जोगी युवा मोर्चा के कार्यकताओं ने मंगलवार को रायपुर लोकसभा सांसद सुनील सोनी के निवास का घेराव किया. बंद की गई यात्री रेल को जल्द से जल्द शुरू करने की मांग की (Jogi Congress gheraoed Lok Sabha MP Sunil Soni residence in Raipur) गई.
नगाड़ा बजाकर प्रदर्शन: सांसद निवास के बाहर प्रदर्शनकारियों ने नगाड़ा और भोंपू बजाकर प्रदर्शन किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने प्रतीकात्मक रूप से रेलवे टीटी और परेशान यात्रीगण की समस्या को लेकर जमकर नारेबाजी की.
लोगों को हो रही दिक्कत: अजीत जोगी युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप साहू ने बताया, "छत्तीसगढ़ में भीषण रेल संकट के लिए केंद्र और राज्य दोनों जिम्मेदार हैं. राज्य सरकार की नाकामी और केंद्र सरकार के सौतेले व्यवहार का नतीजा छत्तीसगढ़ के लाखों लोगों को भुगतना पड़ रहा है. जिसके विरोध में सांसद निवास के बाहर प्रदर्शन किया गया. कोयला परिवहन के नाम पर पिछले लगभग चार महीनों से रेल मंत्रालय छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली लगभग सभी प्रमुख ट्रेनों को निरंतर रद्द कर रहा है. जिससे प्रदेश के 15 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं. शादी-ब्याह, खेती-किसानी के सीजन में ट्रेनों के आये दिन रद्द होने से आम जनता में खासा आक्रोश है. रोजी-रोटी कमाने आये ग्रामीण क्षेत्र के मजदूरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है."
छत्तीसगढ़ से सौतेला व्यवहार: प्रदीप साहू ने कहा, "छत्तीसगढ़ देश का सबसे बड़ा कोयला उत्पादक राज्य है. बदले में रेल मंत्रालय ही छत्तीसगढ़ के लोगों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है. वहीं, छत्तीसगढ़ के सांसद इस मामले में चुप्पी साधे बैठे हुए हैं. यह छत्तीसगढ़ की जनता के साथ धोखा है. विशेषकर रायपुर लोकसभा के सांसद सुनील सोनी की जिम्मेदारी बनती है कि वह छत्तीसगढ़ की इस बड़ी समस्या को लेकर आवाज उठाएं और इस समस्या से निजात दिलाएं."
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जोगी कांग्रेस करेगी बड़ा आंदोलन: प्रदीप साहू ने कहा, " जनता ने सांसद सुनील सोनी को दिल्ली में पुतला बनकर बैठने नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ के हित और अधिकारों के लिए आवाज उठाने चुना है. केंद्र सरकार की असंवेदनशीलता और राज्य सरकार की निष्क्रियता का खामियाजा छत्तीसगढ़ की आम जनता को भुगतना पड़ रहा है. रेल संकट का मुद्दा किसी दल का नहीं बल्कि यह छत्तीसगढ़वासियों के रोजमर्रा के जीवन से जुड़ा मुद्दा है. यदि एक सप्ताह के अंदर रेल समस्या का हल नहीं किया जाता है तो आगे अजीत जोगी युवा मोर्चा बड़ा आंदोलन करेगी."