रायपुर : झारखंड में सियासी उथल पुथल के बीच आज रायपुर मेफेयर में रुके चार मंत्रियों को लेकर मंत्री सत्यानंद भोक्ता वापस रांची लौट गए (Jharkhand minister return from Raipur) हैं.जहां सभी मंत्री कल हेमंत सोरेन की कैबिनेट मीटिंग में हिस्सा लेंगे. इससे पहले झारखंड से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की रायपुर आने की बात चल रही थी.लेकिन अचानक कार्यक्रम में फेरबदल हुआ और मंत्री सत्यानंद को प्रदीप यादव के साथ रायपुर भेजा गया. जहां सत्यानंद और प्रदीप रायपुर पहुंचने के बाद सीधे मेफेयर पहुंचे. जहां से वे पहले से तैयार बैठे 4 मंत्रियों को वापस लेकर रांची लौट गए. कल कैबिनेट मीटिंग के बाद ये मंत्री वापस रायपुर लौट (ministers leave for Ranchi from Raipur) आएंगे. जिन मंत्रियों को सत्यानंद वापस लेकर रांची लौटे हैं उनमें आलमगीर आलम, बन्ना गुप्ता, रामेश्वर उरांव और बादल पत्रलेखा शामिल हैं.
बीजेपी पर मंत्री ने लगाए आरोप : झारखंड के मंत्री आलमगीर (Jharkhand minister Alamgir) ने बताया " सरकार अभी भी अपना काम कर रही है. कल कैबिनेट की बैठक में हम सब शामिल होंगे. खबरों के कारण ही हम लोग रायपुर आए हैं. मध्य प्रदेश , कर्नाटक , गोवा में बीजेपी जो कर रही है. वहीं झारखंड में भी करना चाहती है. हमारे सीएम को डिसक्वालीफाई कर दिया गया.चुनाव आयोग ने क्या निर्णय दिया है यह बताया नहीं जा रहा. हमें कोई डर नहीं है हमारे पास संख्या है.
कब से रुके हैं झारखंड के विधायक : झारखंड के 31 विधायक रायपुर में मंगलवार शाम से (Raipur mayfair resort)डेरा डाले हुए हैं. 31 विधायकों के साथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष,कांग्रेस प्रदेश प्रभारी और अन्य 8 लोग भी रायपुर आए हैं. झारखंड सीएम हेमंत सोरेन का छत्तीसगढ़ आने का कार्यक्रम रद्द हो गया है. प्रदीप यादव कांग्रेस के विधायक हैं. जबकि सत्यानंद भोक्ता आरजेडी से हेमंत सरकार में मंत्री हैं. रायपुर में ठहरे झारखंड के 31 विधायकों में 12 कांग्रेस के विधायक है. जिसमें 4 मंत्री हैं.
क्यों रायपुर में हैं विधायक : आपको बता दें कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (jharkhand cm Hemant Soren) की विधानसभा सदस्यता को राज्यपाल रमेश बैस ने निरस्त कर दिया है.जिसकी सूचना चुनाव आयोग को भेजी गई है.चुनाव आयोग के नोटिफिकेशन जारी होने के बाद भी हेमंत सोरेन की सदस्यता रद्द मानी जाएगी.उससे पहले हेमंत सोरेन झारखंड के हालातों को देखते हुए अपनी सरकार बचाने की कोशिशों में लगे (Hemant Sorens chair in danger) हैं.इसी कड़ी में झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के विधायकों को रायपुर के मेफेयर रिसॉर्ट में सुरक्षित ठहराया गया है.