लातेहार: कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों ने लोगों चिंता और डर को बढ़ा दिया है. इसका उदाहरण लातेहार जिले के सुदूरवर्ती महुआडांड़ प्रखंड के ओरसा गांव के पास झारखंड और छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा पर देखने को मिला. जहां दोनों राज्यों की सीमा को ग्रामीण बंद करते दिखे.
कोरोना वायरस का खौफ लोगों में साफ देखा जा सकता है. इस गांव के ग्रामीण दोनों राज्य की सीमा को पत्थर की दीवार बनाकर सील करने में लगे हैं. दरअसल, झारखंड और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित ओरसा गांव के ग्रामीण बरसों से अपने जरूरत के सामान छत्तीसगढ़ राज्य में स्थित आमटाही गांव के बाजार में खरीदते आ रहे थे. कोरोना वायरस के कारण जब देशभर में लॉकडाउन हुआ तो भी यहां के लोग आसानी से छत्तीसगढ़ के गांव में जाकर सामान खरीद कर ले आते थे, लेकिन जैसे-जैसे कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ने लगा, वैसे-वैसे ग्रामीणों के बीच तनाव बढ़ने लगा.
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गांव के मुखिया धर्मसहाय नागेशिया समेत अन्य ग्रामीणों ने बताया कि अब जब भी ग्रामीण कुछ सामान लेने छत्तीसगढ़ के गांव में जाते हैं तो उस गांव के लोग ओरसा के ग्रामीणों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं. ग्रामीणों को गांव में आने से भी रोका जाता है. इसी के विरोध में उन लोगों ने निर्णय लिया कि दोनों राज्यों को जोड़ने वाली सड़क पर ही नाकाबंदी कर दी जाए.
रविवार को ओरसा के ग्रामीणों ने दोनों राज्यों को जोड़ने वाली सड़क पर दीवार बनाने का कार्य आरंभ कर दिया. जिसके लिए ग्रामीण श्रमदान कर रहे हैं. इधर ग्रामीणों ने सीमावर्ती सड़क पर पत्थर के दीवार बनाए जाने की सूचना के बाद महुआडांड़ एसडीओ सुधीर कुमार दास ने मामले की जांच के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी के नेतृत्व में एक टीम गांव की ओर भेजी है.