रायपुर: JCCJ कार्यकर्ताओं ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल अनुसुइया उइके को ज्ञापन सौंपा है. पुलिस ने अजीत जोगी और अमित जोगी के खिलाफ FIR दर्ज किया है. जिसका कार्यकर्ताओं ने विरोध किया है.
दरअसल बिलासपुर के सिविल लाइन थाने में अजीत जोगी और अमित जोगी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है. जिसे लेकर जेसीसीजे कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा है.
'राज्य सरकार अजीत जोगी को कर रही परेशान'
इस मामले को लेकर ज्ञापन सौंपने पहुंचे जेसीसीजे नेता और वकील इकबाल रिजवी ने कहा कि 'राज्य रकार पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी को परेशान करने के लिए हथकंडे अपना रही है. और किसी न किसी मामले पर वह जबरन FIR दर्ज कर अपराध दर्ज करवा देते हैं.' साथ ही उन्होंने कहा कि 'धारा 306 के मामले में जब तक साक्ष्य पूरे ना हो तब तक अपराध पंजीबद्ध नहीं किया जाता है.'
'दर्ज FIR बेबुनियाद, मजिस्ट्रियल जांच की मांग'
वहीं पूर्व विधायक राजेंद्र राय ने कहा कि 'सरकार हाथ धोकर पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और उनके बेटे अमित जोगी के पीछे लग गई है. और जो FIR दर्ज की गई है वह बेबुनियाद है.' लिहाजा राज्यपाल से मांग की गई है कि 'FIR की मजिस्ट्रियल जांच की जाए.'
मरवाही सदन में एक कर्मचारी ने की थी आत्महत्या
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बिलासपुर स्थित मरवाही सदन में एक कर्मचारी संतोष कौशिक ने 15 जनवरी को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. जिसके बाद पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और उनके पुत्र अमित जोगी के खिलाफ धारा 306 ,34 के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है.