रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र 2022 में आज की कार्यवाही के दौरान जांजगीर-चांपा में डीएमएफ फंड से वेंटिलेटर खरीदी में गड़बड़ी का मामला उठा. कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग में डीएमएफ फंड से वेटिलेटर की खरीदी की गई थी. विधायक सौरभ सिंह ने स्वास्थ्य विभाग की तरफ से वेंटिलेटर खरीदी की जानकारी मांगी. टीएस सिंहदेव की गैरमौजूदगी में जवाब देते हुए मोहम्मद अकबर ने जांजगीर में कुल 28 वेंटिलेटर खरीदी की जानकारी दी.
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सौरभ सिंह ने बताया कि इसी सवाल में पूर्व में विधानसभा में जवाब आया है कि 5 वेंटिलेटर की खरीदी हुई है, ऐसे में बाकी वेटिंलेटर कहां हैं. मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि वेंटिलेटर की खरीदी की जानकारी मांगी गयी थी, जिसे दे दिया गया है. वेंटिलेटर की उपलब्धता की जानकारी इस सवाल में शामिल नहीं है.
सौरभ सिंह ने पूछा कि ये वेंटिलेटर की खरीदी किस तरह से हुई है. जवाब में मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि निविदा के जरिये खरीदी हुई है. इस जवाब पर विधायक ने कहा कि सिर्फ सिंगल टेंडर के जरिये खरीदी की गयी है. जिसके बाद मंत्री ने कहा कि कोरोना काल में इस तरह की खरीदी की छूट होती है. सौरभ सिंह ने फिर कहा कि वेटिंलेटर कहां है, इसकी जांच होनी चाहिये. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने मंत्री मोहम्मद अकबर को कहा कि क्या आप जांच करा रहे हैं या मैं अपनी तरफ से जांच कराऊं. जिसके बाद मंत्री मोहम्मद अकबर ने इस मामले में जांच की घोषणा की.