रायपुर: बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है कि राज्य सरकार सोई हुई है. राज्य सरकार को यूक्रेन में फंसे छत्तीसगढ़ के बच्चों की चिंता ही नहीं है. यूक्रेन में फंसे लोगों की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है तो राज्य सरकार उन सब के खाते में पैसे भेजे.
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छत्तीसगढ़ से राज्यसभा में स्थानीय को टिकट का मुद्दा
रायपुर दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री अभी सिर्फ ख्याली पुलाव पका रहे हैं. जिस दिन निर्णय होगा उस दिन समझ में आएगा कि मुख्यमंत्री की चलती है कि नहीं चलती है. राज्यसभा का टिकट देने का निर्णय कांग्रेस पार्टी का अंदरूनी निर्णय है. हमारी तो मांग होगी कि छत्तीसगढ़ के निवासियों को राज्यसभा में मौका देना चाहिए.
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का क्या होगा?
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि उत्तरप्रदेश में पूरे देश की एक चौथाई आबादी निवास करती है. वहां का रिजल्ट पूरे देश के मूड को दिखाता है. पूरे देश का मूड मोदी जी के साथ है. उत्तर प्रदेश का मूड योगी-मोदी की जोड़ी के साथ है. विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा के चुनाव हुए थे. उसमें कांग्रेस साफ हो गई थी. आने वाले समय में विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस साफ हो जाएगी.
सरकारी केंद्रों में क्यों नहीं मिल रही खाद?
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि निजी दुकानों में खाद मिल रही है. निजी दुकानों को खाद कौन उपलब्ध करा रहा हैय़ 200 की खाद 800 में और 800 का 1500 में बेचने का काम कौन कर रहा है? छत्तीसगढ़ में सीमेंट, लोहे, रेत का उत्पादन होता है. क्या उसका रेट भी दिल्ली तय करेगी? निजी हित की चिंता में खाद, सीमेंट, रेत सब ब्लैक में बिक रहा है. कितने अवैध रेत खदानों के खिलाफ कार्रवाई हुई है?
छत्तीसगढ़ मॉडल पास या फेल?
छत्तीसगढ़ मॉडल पूरे देश में फेल हो चुका है. छत्तीसगढ़ में ही लोग छत्तीसगढ़ मॉडल से परेशान हैं. रविंद्र चौबे जवाब दें कि रायपुर, बिलासपुर, बीरगांव में कितन लोगों से गोबर खरीदे जा रहे हैं. क्या शहर में पशु पालने वाले लोग पशुपालक नहीं हैं.
केंद्र सरकार की जानकारी के स्रोत राज्य सरकार होते हैं. 25000 आदिवासी बच्चों की पिछले 3 साल में मृत्यु हुई है. यह आंकड़े केंद्र सरकार को राज्य सरकार के द्वारा ही मिले हैं. छत्तीसगढ़ जीरो पावर कट राज्य था. अब यहां बिजली कटौती होती है. यह आंकड़े राज्य सरकार ने ही उपलब्ध करवाए हैं. छत्तीसगढ़ में कितना धर्मांतरण हुआ है. यह भी आंकड़े राज्य सरकार ने ही उपलब्ध कराएं है. राज्य सरकार प्रदेश में तो छुपाती है लेकिन उनको मालूम है अगर लोकसभा में और केंद्र सरकार को यह गलत आंकड़े भेजेंगे तो उनके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है.
पुराने कामों का उद्घाटन कर रही सरकार
जितने भी काम का लोकार्पण मुख्यमंत्री पिछले 3 साल से कर रहे हैं, उसमें एक भी ऐसा काम नहीं है जो इनकी सरकार के बजट के पैसे से हुआ है. भाजपा सरकार के समय पैसे स्वीकृत हुए थे. उस समय के कामों का यह खाली उद्घाटन कर रहे हैं. कोई नया काम ही नहीं कर रहे हैं. पिछले 3 साल से रायपुर में कोई काम नहीं हुआ है. मुख्यमंत्री आज तक स्काईवॉक को लेकर निर्णय नहीं ले पाए हैं. 3 साल से एक्सप्रेस हाईवे बना रहे हैं.