रायपुर: छत्तीसगढ़ अनियमित कर्मचारी मोर्चा इस कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री को भी आमंत्रित किया गया है. प्रदेश स्तर पर यह प्रदर्शन राजधानी के बुढापारा स्थित धरना स्थल में किया जाएगा. इस प्रदर्शन में अनियमित कर्मचारी हजारों की संख्या में सम्मिलित होकर अपनी मांगों को सरकार के समक्ष मजबूती से रखेंगे. कांग्रेस ने सरकार बनने पर 10 दिवस में प्राथमिकता से मांगों को पूरा करने का वादा किया था. अपने जन-घोषणा पत्र में अनियमित कर्मचारियों के नियमितीकरण करने, छटनी न करने और आउट सोर्सिंग बंद करने को रखा है. दिनांक 14 फरवरी 2019 को अनियमित कर्मचारियों के मंच से मुख्यमंत्री ने स्वयं घोषणा किये थे कि इस वर्ष किसानों के लिए है. आगामी वर्ष कर्मचारियों का होगा.
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छत्तीसगढ़ अनियमित कर्मचारी मोर्चा के प्रांतीय संयोजक गोपाल प्रसाद साहू ने बताया कि "मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए आश्वासन से उन्हें काफी उम्मीदें थीं, लेकिन वादा और घोषणा के विपरीत अनियमित कर्मचारियों की निरंतर छटनी की जा रही है. पिछले 3 वर्षों से संविदा वेतन और 5 वर्षों से न्यूनतम वेतन में बढ़ोत्तरी नहीं की गई. मुख्यमंत्री से मिलने अनेक बार अनुरोध पत्र मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजा गया, लेकिन अनियमित कर्मचारी मोर्चा को मिलने का समय तक नहीं दिया गया. जिसके कारण अनियमित कर्मचारियों में आक्रोश और नाराजगी देखने को मिल रही है.