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INTERNATIONAL SPORTS DAY: मिलिए चलती ट्रेन में कराटे सिखाने वाली हर्षा से - harsha sahu karate player interview

हर्षा साहू पिछले 20 साल से खुद कराटे और सेल्फ डिफेंस सीख कर बच्चों को सिखा रही हैं. हर्षा ने पिछले साल ट्रेन में बच्चों को कराटे सिखाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया है. हर्षा साहू मंत्रालय में जॉब करती हैं और बच्चों खासकर लड़कियों को कराटे और सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग देती हैं.

harsha sahu karate player interview
अंतरराष्ट्रीय कराटे खिलाड़ी और ट्रेनर हर्षा साहू
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Published : Apr 6, 2020, 12:24 AM IST

Updated : Apr 6, 2020, 9:46 AM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ प्रतिभाशाली लोगों की धरती है. कला और संस्कृति से समृद्ध इस राज्य में खेलों का भी उतना ही महत्व है. अंतरराष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर हम आपको प्रदेश की ऐसी बेटी से मिला रहे हैं, जिसने अपनी खेल प्रतिभा से न सिर्फ राष्ट्रीय बल्कि अंतर्राष्ट्रीय पटल पर भी छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया. हर्षा साहू जो अंतरराष्ट्रीय कराटे खिलाड़ी हैं. इसके साथ ही वह कराटे ट्रेनर भी हैं.

अंतरराष्ट्रीय कराटे खिलाड़ी और ट्रेनर हर्षा साहू

हर्षा साहू पिछले 20 साल से खुद कराटे और सेल्फ डिफेंस सीख कर बच्चों को सिखा रही हैं. हर्षा ने पिछले साल ट्रेन में बच्चों को कराटे सिखाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया है. हर्षा साहू मंत्रालय में जॉब करती हैं और बच्चों खासकर लड़कियों को कराटे और सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग देती हैं. हर्षा साहू ने बताया कि उनको कराटे की प्रेरणा अपने पिता से मिली है. उनके पिता भी रायपुर के मठपारा के कुश्ती पहलवान रह चुके हैं और बचपन से ही उन्हीं से मोटिवेशन मिला है.

harsha sahu karate player interview
बच्चों को प्रशिक्षण देती हर्षा

चलती ट्रेन में दी कराटे की ट्रेनिंग

ETV भारत ने हर्षा साहू से खास बातचीत की. ट्रेन में बच्चों को कराटे सिखा कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए जाने पर उनसे पुछा गया तो उन्होंने बताया कि, 'अक्सर बच्चियों के साथ ट्रेन में या भीड़भाड़ वाली जगहों पर ही गलत व्यवहार किया जाता है, जिससे उनके दिमाग में आया कि बच्चों को ट्रेन में बस में या किसी भीड़भाड़ वाली जगहों पर सुरक्षित रखने के लिए कराटे और सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग देना जरूरी है. यही वजह है कि उन्होंने ट्रेन पर भीड़भाड़ वाली जगह पर बच्चों को सेल्फ डिफेंस ऑफ कराटे की ट्रेनिंग दी.'

harsha sahu karate player interview
प्रशिक्षण लेते बच्चे
harsha sahu karate player interview
कराटे सिखते बच्चे

कराटे मार्शल आर्ट स्पोर्ट्स के साथ-साथ बच्चों के शारीरिक बल को बढ़ाने का काम करता है. साथ ही कराटे में बच्चों सेल्फ डेवलपमेंट और पीस की भी शिक्षा दी जाती है, ताकि वह अपने इस कला का इस्तेमाल देश-दुनिया में शांति बनाने के लिए करें न की लड़ाई झगड़े में.

रायपुर: छत्तीसगढ़ प्रतिभाशाली लोगों की धरती है. कला और संस्कृति से समृद्ध इस राज्य में खेलों का भी उतना ही महत्व है. अंतरराष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर हम आपको प्रदेश की ऐसी बेटी से मिला रहे हैं, जिसने अपनी खेल प्रतिभा से न सिर्फ राष्ट्रीय बल्कि अंतर्राष्ट्रीय पटल पर भी छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया. हर्षा साहू जो अंतरराष्ट्रीय कराटे खिलाड़ी हैं. इसके साथ ही वह कराटे ट्रेनर भी हैं.

अंतरराष्ट्रीय कराटे खिलाड़ी और ट्रेनर हर्षा साहू

हर्षा साहू पिछले 20 साल से खुद कराटे और सेल्फ डिफेंस सीख कर बच्चों को सिखा रही हैं. हर्षा ने पिछले साल ट्रेन में बच्चों को कराटे सिखाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया है. हर्षा साहू मंत्रालय में जॉब करती हैं और बच्चों खासकर लड़कियों को कराटे और सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग देती हैं. हर्षा साहू ने बताया कि उनको कराटे की प्रेरणा अपने पिता से मिली है. उनके पिता भी रायपुर के मठपारा के कुश्ती पहलवान रह चुके हैं और बचपन से ही उन्हीं से मोटिवेशन मिला है.

harsha sahu karate player interview
बच्चों को प्रशिक्षण देती हर्षा

चलती ट्रेन में दी कराटे की ट्रेनिंग

ETV भारत ने हर्षा साहू से खास बातचीत की. ट्रेन में बच्चों को कराटे सिखा कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए जाने पर उनसे पुछा गया तो उन्होंने बताया कि, 'अक्सर बच्चियों के साथ ट्रेन में या भीड़भाड़ वाली जगहों पर ही गलत व्यवहार किया जाता है, जिससे उनके दिमाग में आया कि बच्चों को ट्रेन में बस में या किसी भीड़भाड़ वाली जगहों पर सुरक्षित रखने के लिए कराटे और सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग देना जरूरी है. यही वजह है कि उन्होंने ट्रेन पर भीड़भाड़ वाली जगह पर बच्चों को सेल्फ डिफेंस ऑफ कराटे की ट्रेनिंग दी.'

harsha sahu karate player interview
प्रशिक्षण लेते बच्चे
harsha sahu karate player interview
कराटे सिखते बच्चे

कराटे मार्शल आर्ट स्पोर्ट्स के साथ-साथ बच्चों के शारीरिक बल को बढ़ाने का काम करता है. साथ ही कराटे में बच्चों सेल्फ डेवलपमेंट और पीस की भी शिक्षा दी जाती है, ताकि वह अपने इस कला का इस्तेमाल देश-दुनिया में शांति बनाने के लिए करें न की लड़ाई झगड़े में.

Last Updated : Apr 6, 2020, 9:46 AM IST
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