नैना सिंह धाकड़ : बस्तर की बेटी पर्वतारोही नैनासिंह धाकड़ को 30 नवंबर को राष्ट्रपति द्रोपती मुर्मू के हाथों लैंड एडवेंचर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. नैना धाकड़ को लैंड एडवेंचर श्रेणी में पुरस्कार दिया गया. नैना सिंह धाकड़ बस्तर जिले के एक छोटे से गांव टाकरागुड़ा में रहती हैं. पिछले 13 सालों से पर्वतारोही के रूप में पूरे देश में जानी जाती हैं. बीते साल जून माह में 9 दिन के भीतर दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट और चौथी सबसे ऊंची चोटी माउंट लहोत्से पर चढ़ाई कर नैना ने इतिहास रचा था. नैना सिंह धाकड़ ने 6 हजार मीटर ऊंचाई पर स्थित मोटरबल खरंदुला में साइकिलिंग की है. भूटान, नेपाल, उत्तराखंड, सिक्किम, लेह, लद्दाख समेत 20 से भी ज्यादा जगहों की ऊंची चोटियों पर सफलतापूर्वक चढ़ाई कर चुकी हैं.
नम्रता वर्मा : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की बेटी नम्रता वर्मा भाषण की वजह से सुर्खियों में आई. नम्रता ने बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में आयोजित काशी तमिल संगमम के समापन समारोह में भाषण दिया. नम्रता वर्मा ने अपने भाषण से केंद्रीय नेताओं समेत समारोह में मौजूद तमाम बड़े नामचीन लोगों को भी आकर्षित किया. इस आयोजन में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह , अमिताभ बच्चन, उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे. वर्तमान में नम्रता वर्मा उत्तर प्रदेश के बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय यानी बीएचएयू से एमए हिंदी पत्रकारिता की पढ़ाई कर रही हैं.
ये भी पढ़ें- जानिए किस थीम पर मनाया जाएगा इंटरनेशनल वुमेंस डे 2023
पलक नाग : बस्तर निवासी पलक नाग ने खेल के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ का नाम रौशन किया है. आबूधाबी में आयोजित इंटरनेशनल मिक्स मार्शल आर्ट प्रतियोगिता में पलक ने सिल्वर मेडल जीता. जिससे छत्तीसगढ़ ही नहीं देश का भी नाम रोशन हुआ . पलक नाग 12वीं कक्षा में पढ़ाई कर रही हैं. लेकिन पलक कम उम्र में ही मिक्स मार्शल आर्ट की दमदार खिलाड़ी बन गईं हैं. उनका चयन अंडर 18 आयु वर्ग के लिए मिक्स मार्शल आर्ट कॉम्पिटिशन के लिए हुआ था. ये प्रतियोगिता साल 2023 में 17 अगस्त से लेकर 22 अगस्त तक आबूधाबी में हुई. पलक का मुकाबला अमेरिका की खिलाड़ी से हुआ था. वो फाइनल मुकाबला तो नहीं जीत पाईं लेकिन अपने हुनर और जौहर से सिल्वर जीतकर छत्तीसगढ़ का नाम रौशन कर दिया.