रायपुर: स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कोविड-19 स्टेट कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की व्यवस्था की समीक्षा बैठक की है. स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में उन्होंने कोविड-19 के गंभीर मरीजों के इलाज के लिए ऑक्सीजन सुविधा वाले मित्रों और वेंटिलेटर की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कोविड-19 के इलाज के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था करने को कहा है.
मंत्री सिंहदेव ने बैठक में ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करने के लिए संभावित अस्पतालों की जानकारी ली है. उन्होंने फैसला लिया है कि प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाएंगे. इस योजना में 80 से डेढ़ करोड़ के बीच खर्च आएगा. इसको लेकर 5 दिनों के अंदर ही टेंडर जारी किया जाएगा. सभी मेडिकल कॉलेज में एसडीओ के बिस्तर होंगे.
पढ़ें-कहीं भारी न पड़ जाए लापरवाही: हर दिन बढ़ते आंकड़ों के साथ घट रहा छत्तीसगढ़ में कोरोना का रिकवरी रेट
यह सुविधा अभी केवल रायपुर के मेडिकल कॉलेज में ही उपलब्ध है. रायपुर मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन प्लांट को अपडेट किया जाएगा. छत्तीसगढ़ में वर्तमान में छह सभी मेडिकल कॉलेज में यह ऑक्सीजन प्लांट लगाया जाएगा. तीन नए स्थापित होने वाले मेडिकल कॉलेज में भी ऑक्सीजन प्लांट लगाने की तैयारी स्वास्थ्य विभाग कर रहा है.
बिस्तरों की संख्या बढ़ाने के निर्देश
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बिना लक्षण और हल्के लक्षण वाले मरीजों के इलाज के लिए कोविड-19 सेंटरों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाने के भी निर्देश दिए हैं. उन्होंने इन सेंटर्स में गुणवत्तापूर्ण भोजन और पेय जल सहित सभी बुनियादी सेवाओं के पुख्ता इंतजाम करने को कहा है. उन्होंने गंभीर लक्षण वाले मरीजों को इलाज के लिए निजी अस्पतालों का भी सहयोग लेने को कहा है.
रोजाना 20 हजार सैंपल की जांच
स्वास्थ्य मंत्री ने आइसोलेशन में रहकर इलाज कराने वाले मरीजों के लिए प्रक्रिया को सहज और सरल बनाते हुए उन्हें स्वास्थ्य विभाग की नियमित निगरानी में रहने के निर्देश भी दिए हैं. उन्होंने कोरोना मरीजों की पहचान के लिए लक्ष्य के अनुसार प्रदेश में रोजाना 20 हजार सैंपल की जांच करने की बात कही है.