रायपुर: राजधानी के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में पिछले 3 सालों से विलायती गोभी पर अनुसंधान कार्य किया जा रहा है. यह प्रदेश के किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है. ये गोभी मॉल में लगभग 200 रुपये किलो तक बिकती है.
वहीं विश्वविद्यालय के काउंटर पर यही गोभी 40 रुपए किलो तक मिलती है. किसान इस विलायती गोभी की खेती करके अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकते हैं. विलायती गोभी सामान्य गोभी की तरह ही दिखाई देती है. जहां सामान्य गोभी सफेद रंग की होती है, वहीं विलायती गोभी हरे रंग की होती है. विलायती गोभी कोब्रोकली के नाम से जाना जाता है. जम्मू कश्मीर में इसकी खेती सबसे ज्यादा होती है और छत्तीसगढ़ में बहुत कम. ब्रोकली की खेती ज्यादातर ठंडी जगहों पर होती है.
ब्रोकली सामान्य गोभी की तुलना में 10 गुना ज्यादा फायदेमंद होता है. यह एंटी कैंसर प्रॉपर्टीज के रूप में काम करता है. इसमें पोटैशियम, कैल्शियम जैसे विटामिन काफी मात्रा में होते हैं. ब्रोकली का उपयोग कुछ प्रदेशों में सलाद के रूप में किया जाता है और यह पुलाव बनाने में भी उपयोग किया जाता है. ब्रोकली की खेती खुले वातावरण और कम पानी में आसानी से की जा सकती है. अंबिकापुर जिले के कुछ किसान ब्रोकली की खेती कर रहे हैं और अच्छी आमदनी भी ले रहे हैं.