रायपुर : आंख हमारे शरीर का सबसे नाजुक अंग होता है. इसकी देखभाल बेहद जरूरी है. लेकिन ऐसा देखा जा रहा है कि हाल के दिनों में मोबाइल का इस्तेमाल (Use of Mobile) काफी बढ़ गया है. ऑनलाइन क्लासेस (Online Classes) और वर्क फ्रॉम होम (Work From Home) की वजह से हमारा ज्यादातर वक्त मोबाइल में ही बीत रहा है. जिससे आई ड्राइनेस (Eye Driness) जैसी कई समस्या बड़ों के साथ-साथ अब बच्चों में भी देखने को मिल रही है. ऐसे में आंखों की और अच्छे से देखभाल करना काफी जरूरी हो जाता है. वहीं बढ़ती उम्र के साथ-साथ आंखों की रोशनी कम होने लगती है. ऐसे में ईटीवी भारत आपको कुछ ऐसे व्यायाम और योग बताने जा रहा है, जिससे बच्चों का कंसंट्रेशन पावर बढ़ेगा और आंखों की समस्याएं दूर होंगी. इसको लेकर ईटीवी भारत ने योगाचार्य विनीत शर्मा से खास बातचीत की. आइए जानते हैं, उन्होंने क्या कहा...
योगाचार्य विनीत शर्मा ने बताया कि आजकल मोबाइल और लैपटॉप के इस्तेमाल बहुत ज्यादा बढ़ गए हैं. जिससे लोगों की आंखों में कई तरह की समस्याएं देखने को मिल रही हैं. ऐसे में आंखों का ध्यान रखना बहुत जरूरी हो जाता है. वहीं बढ़ती उम्र के साथ-साथ भी कई तरह की आंखों की समस्या देखने को मिलती है. ऐसे में अगर आप युवा उम्र से ही आंखों की एक्सरसाइज और व्यायाम करने लगें तो आगे चलकर आपको इस तरह की समस्या देखने को नहीं मिलेगी.
इन योग और व्यायाम से मिल सकती है राहत
• अनुलोम विलोम :- अनुलोम विलोम आंखों के लिए काफी अच्छा व्यायाम माना जाता है. इसमें नाक की एक नली से सांस लेकर उसे थोड़ी देर रोककर नाक की दूसरी नली से छोड़ा जाता है. ऐसे ही रोजाना 10 से 15 मिनट करने पर आंखों की रोशनी बढ़ती है. साथ ही साथ दिमाग भी शांत होता है.
• कपाल भाती :- यह एक्सरसाइज भी आंखों के लिए काफी अच्छा होता है. इसमें सांसों को जोर-जोर से खींचना रहता है. साथ ही पेट को अंदर करना रहता है. इस एक्सरसाइज से भी आंखों को काफी फायदा मिलता है.
• सर्वांगासन :- यह एक्सरसाइज आंखों को स्वस्थ रखने और दूसरी बीमारियों से भी आंखों का बचाव करता है. इस एक्सरसाइज में आपको पीठ के बल लेटना है, उसके बाद कंधे के नीचे के अपने पूरे शरीर को हवा में उठाना होता है.
• त्राटक :- त्राटक आंखों के लिए काफी अच्छा एक्सरसाइज माना जाता है. इसमें आपको मोमबत्ती जलाकर लॉ को कंसंट्रेट करके देखना पड़ता है. इससे मानसिक शांति मिलती है. इसके साथ ही सिर दर्द और माइग्रेन आदि बीमारियां भी दूर होती हैं. वही कंसंट्रेशन लेवल भी बढ़ता है.