रायपुरः राजधानी रायपुर के कालीबाड़ी चौक स्थित आयकर विभाग के कार्यालय में 24 जुलाई को 159 वी इनकम टैक्स डे का आयोजन किया जाएगा. इसके लिए 15 दिनों से लोगों को जागरूक करने के लिए आयकर विभाग द्वारा रक्तदान शिविर लगाए गए. वहीं स्कूली बच्चों को आयकर के संबंध में जागरूक करने के लिए उन्हें कई तरह की जानकारियां दी जा रही है.
ऐसा है आयकर का इतिहास
भारत में 1860 में अंग्रेज सरकार द्वारा आयकर की शुरुआत की गई. वर्ष 1922 में ब्रिटिश सरकार ने आयकर के नियम और कानून बनाए थे. भारत के आजाद होने के बाद सन 1961 में भारत सरकार द्वारा इनकम टैक्स के नए कानून और नियम बने जो भारत में आज तक लागू हैं. इन्हीं नियमों और कानूनों का पालन इनकम टैक्स विभाग द्वारा किया जा रहा है.
आयकर विभाग को आम जनता के आय के बारे में सूचना क्रेडिट कार्ड, बैंक ट्रांजैक्शन, रजिस्ट्री आदि के आधार पर उनके डिटेल और जानकारी मिलती है.
आयकर विभाग कर रहा जागरूक
कुछ लोगो में इनकम टैक्स से बचने और कर चोरी की भावना रहती है. ऐसे में विभाग इन लोगों से अपील कर रहा है कि आप लोग अपने इनकम की सही जानकारी इनकम टैक्स विभाग को दें और कर चोरी से बचें. इनकम टैक्स विभाग ने बताया कि अगर कोई गलत जानकारी देता है या अपनी आय को छिपाता है तो उस व्यक्ति को ब्याज के साथ ही पेनाल्टी और 87% या फिर 138% देने के अलावा जेल भी हो सकती है.