रायपुर: प्रदेश की राजधानी रायपुर के भाठागांव स्थित नवनिर्मित इंटर स्टेट बस स्टैंड का निर्माण करीब 3 साल पहले बीजेपी के शासन काल में हुआ था. तब से आज तक इस बस स्टैंड का लोकार्पण नहीं हो पाया है. इस कारण इस सुनसान और खाली बिल्डिंग में रात में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहता है. असामाजिक तत्व गार्ड को डरा-धमकाकर यहां शराबखोरी करते हैं. इतना ही नहीं बिल्डिंग की खिड़कियों के कांच तोड़ दिए गए हैं. साथ ही बाथरूम में भी तोड़फोड़ की है. ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि 20 अगस्त को प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस नवनिर्मित बस स्टैंड का लोकार्पण करेंगे, जिसको लेकर तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं.
50 करोड़ की लागत से बना था बस स्टैंड
राजधानी के भाठागांव स्थित इस नवनिर्मित इंटर स्टेट बस स्टैंड की लागत करीब 50 करोड़ रुपए है. भाजपा के शासन काल में ही बने इस बस स्टैंड के लोकार्पण की दर्जनों बार तारीखें तय हुईं, लेकिन हर बार किसी न किसी कारण से यह टलती रही. यहां सुबह से रात तक तीन शिफ्ट में 9 गार्ड ड्यूटी पर रहते हैं. इनकी ड्यूटी यहां पिछले 8 महीने से नगर निगम ने लगा रखी है. इन गार्डों का कहना है कि रात में शहर के कई बदमाश और असामाजिक तत्व यहां आकर गाली-गलौज करते हैं. इतना ही नहीं वे यहां आकर गांजा-शराब का भी सेवन करते हैं. मना करने पर चाकू और अन्य जानलेवा हथियार दिखाकर डराते हैं. गार्डों ने बताया कि बीते 8 महीने से उन्हें वेतन भी नहीं मिला है.
20 अगस्त को होने वाले लोकार्पण पर संशय बरकरार
नवनिर्मित इंटर स्टेट बस स्टैंड का 20 अगस्त को भी लोकार्पण हो सकेगा या नहीं, इस पर अभी संशय बरकरार है. अभी तक इसका लोकार्पण नहीं होने से यहां सन्नाटा पसरा रहता है. हालांकि 20 अगस्त को इसके संभावित लोकार्पण को लेकर शासन-प्रशासन की ओर से तैयारियां तेज कर दी गईं हैं. तोड़फोड़ के बाद एक बार फिर से बिल्डिंग में रंग-रोगन का काम भी शुरू कर दिया गया है.
अपर आयुक्त ने इसे बताया छोटी घटना, बोले-हो रहा सुधार
अपर आयुक्त ने नवनिर्मित इंटर स्टेट बस स्टैंड भवन में तोड़फोड़ की घटना को छोटी घटना बताई. इधर, बस टर्मिनल को लेकर नगर निगम के अपर आयुक्त पुलक भट्टाचार्य ने बताया कि कोविड और लॉकडाउन समेत दूसरे कारणों से इस बस स्टैंड का आज तक लोकार्पण नहीं हो पाया. जल्द ही बस स्टैंड का लोकार्पण किया जाएगा. इतनी बड़ी बिल्डिंग में इस तरह की छोटी-मोटी तोड़फोड़ की घटना होती रहती है. इसमें सुधार किया जा रहा है, ताकि जल्द ही बस स्टैंड का लोकार्पण कराया जा सके.