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National Tourism Day 2023 : राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का महत्व और इतिहास

हर साल 25 जनवरी को देश में राष्ट्रीय पर्यटन दिवस National Tourism Day के रूप में मनाया जाता है. भारत की विविधता और बहुसंस्कृतिवाद के कारण, यह दिन देश की अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव वाले पर्यटन के महत्व को उजागर करने के लिए है.इस दिन को खास बनाने के लिए हर साल एक नई थीम Indian National Tourism Day theme रखी जाती है.पिछले दो वर्षों में कोरोना के प्रभाव के कारण भारत के पर्यटन स्थलों को काफी नुकसान उठाना पड़ा था.History of National Tourism Day

Indian National Tourism Day
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का महत्व और इतिहास
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Published : Jan 9, 2023, 2:18 PM IST

रायपुर /हैदराबाद : भारत समेत छत्तीसगढ़ में कई पर्यटन स्थल हैं जहां आकर सैलानी अपना समय बिताते हैं.पर्यटकों के बिना किसी भी टूरिस्ट प्लेस की परिकल्पना नहीं की जा सकती है. ऐसे में हमारे देश में एक दिन पर्यटन के नाम रखा गया है. जिसे राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के तौर पर शुमार किया जाता है. इस दिन देश के कई हिस्सों में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.ताकि भारत की संस्कृति और सभ्यता की झलक देश ही नहीं विदेश से आने वाले सैलानी भी जाने.देश के बड़े शहरों में पर्यटन से जुड़े कई ऑफिस भी खोले गए हैं ताकि सैलानियों को कोई दिक्कत ना हो.Indian National Tourism Day 2023

राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का इतिहास : साल 1948 में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक पर्यटक यातायात समिति का गठन किया गया था. उसी के पहले क्षेत्रीय कार्यालय दिल्ली और मुंबई में स्थापित किए गए Indian National Tourism Day 2023 थे. तीन साल बाद, 1951 में, कोलकाता और चेन्नई में अधिक कार्यालय जोड़े गए. पर्यटन से संबंधित एक विभाग विशेष रूप से 1958 में पर्यटन और संचार मंत्रालय के तहत स्थापित किया गया था. जो संयुक्त सचिव के पद पर उप जनरल की अध्यक्षता में History of National Tourism Day था.

राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का महत्व : देश में पर्यटन की प्रमुखता को उजागर करना और यह भारत की आर्थिक संभावनाओं को प्रभावित करता है. देश में प्रत्येक क्षेत्र में एक समृद्ध इतिहास जुड़ा हुआ है जो कई तरीकों से स्मरण किया जाता है. पर्यटन यह सब उजागर करने का सबसे अच्छा तरीका है. इसके साथ ही, लोगों को इस बारे में शिक्षित किया जाता है कि पर्यटन देश में किस तरह की भूमिका निभाता है. घातक कोरोनावायरस के कारण, COVID-19 के व्यापक प्रसार को रोकने के लिए देश में लगाए गए लॉकडाउन से पर्यटन पर गहरा प्रभाव पड़ा था.कोविड-19 महामारी के कारण पिछले दो वर्षों में पर्यटन उद्योग पर भारी असर पड़ा है.हिमाचल प्रदेश, गोवा, उत्तराखंड और उत्तर पूर्वी राज्यों जैसे पर्यटन पर अत्यधिक निर्भर राज्यों को भारी नुकसान हुआ.इसलिए साल 2021 में, राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का विषय रखा गया 'देखो अपना देश'. जिसका उद्देश्य देशवासियों को भारत की यात्रा करने और इसकी सुंदरता का आनंद उठाने के लिए प्रोत्साहित करना था.

ये भी पढ़ें- गोवा की तर्ज पर पुडुचेरी भी है अच्छा टूरिस्ट प्लेस

राष्ट्रीय पर्यटन दिवस की थीम : साल 2023 में यह दिवस 'आज़ादी का अमृत महोत्सव' विषय Azadi ka amrit mahotsav पर मनाया जाएगा. भारत सरकार ने देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस को चिह्नित करने के लिए 'आजादी का अमृत महोत्सव' अभियान शुरू किया.भारत में कई ऐतिहासिक स्थल हैं जो बलिदान, रक्तपात, देशभक्ति और स्वतंत्रता की कहानी बयां करते हैं.ऐसे स्थानों तक लोगों को लाने के लिए पर्यटन एक बड़ी भूमिका अदा कर सकता Indian National Tourism Day theme है.

रायपुर /हैदराबाद : भारत समेत छत्तीसगढ़ में कई पर्यटन स्थल हैं जहां आकर सैलानी अपना समय बिताते हैं.पर्यटकों के बिना किसी भी टूरिस्ट प्लेस की परिकल्पना नहीं की जा सकती है. ऐसे में हमारे देश में एक दिन पर्यटन के नाम रखा गया है. जिसे राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के तौर पर शुमार किया जाता है. इस दिन देश के कई हिस्सों में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.ताकि भारत की संस्कृति और सभ्यता की झलक देश ही नहीं विदेश से आने वाले सैलानी भी जाने.देश के बड़े शहरों में पर्यटन से जुड़े कई ऑफिस भी खोले गए हैं ताकि सैलानियों को कोई दिक्कत ना हो.Indian National Tourism Day 2023

राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का इतिहास : साल 1948 में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक पर्यटक यातायात समिति का गठन किया गया था. उसी के पहले क्षेत्रीय कार्यालय दिल्ली और मुंबई में स्थापित किए गए Indian National Tourism Day 2023 थे. तीन साल बाद, 1951 में, कोलकाता और चेन्नई में अधिक कार्यालय जोड़े गए. पर्यटन से संबंधित एक विभाग विशेष रूप से 1958 में पर्यटन और संचार मंत्रालय के तहत स्थापित किया गया था. जो संयुक्त सचिव के पद पर उप जनरल की अध्यक्षता में History of National Tourism Day था.

राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का महत्व : देश में पर्यटन की प्रमुखता को उजागर करना और यह भारत की आर्थिक संभावनाओं को प्रभावित करता है. देश में प्रत्येक क्षेत्र में एक समृद्ध इतिहास जुड़ा हुआ है जो कई तरीकों से स्मरण किया जाता है. पर्यटन यह सब उजागर करने का सबसे अच्छा तरीका है. इसके साथ ही, लोगों को इस बारे में शिक्षित किया जाता है कि पर्यटन देश में किस तरह की भूमिका निभाता है. घातक कोरोनावायरस के कारण, COVID-19 के व्यापक प्रसार को रोकने के लिए देश में लगाए गए लॉकडाउन से पर्यटन पर गहरा प्रभाव पड़ा था.कोविड-19 महामारी के कारण पिछले दो वर्षों में पर्यटन उद्योग पर भारी असर पड़ा है.हिमाचल प्रदेश, गोवा, उत्तराखंड और उत्तर पूर्वी राज्यों जैसे पर्यटन पर अत्यधिक निर्भर राज्यों को भारी नुकसान हुआ.इसलिए साल 2021 में, राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का विषय रखा गया 'देखो अपना देश'. जिसका उद्देश्य देशवासियों को भारत की यात्रा करने और इसकी सुंदरता का आनंद उठाने के लिए प्रोत्साहित करना था.

ये भी पढ़ें- गोवा की तर्ज पर पुडुचेरी भी है अच्छा टूरिस्ट प्लेस

राष्ट्रीय पर्यटन दिवस की थीम : साल 2023 में यह दिवस 'आज़ादी का अमृत महोत्सव' विषय Azadi ka amrit mahotsav पर मनाया जाएगा. भारत सरकार ने देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस को चिह्नित करने के लिए 'आजादी का अमृत महोत्सव' अभियान शुरू किया.भारत में कई ऐतिहासिक स्थल हैं जो बलिदान, रक्तपात, देशभक्ति और स्वतंत्रता की कहानी बयां करते हैं.ऐसे स्थानों तक लोगों को लाने के लिए पर्यटन एक बड़ी भूमिका अदा कर सकता Indian National Tourism Day theme है.

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