रायपुर: तेज बारिश और कोरोना ने इस साल भारी तबाही मचाई है. बारिश के कारण सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है. सब्जियों के भाव में उछाल ने आम लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. लगातार बढ़ रहे टमाटर की कीमतों से आम जनता काफी परेशान है. ETV भारत ने सब्जी मार्केट के कुछ खरीदार और विक्रेताओं से उनकी प्रतिक्रिया जानने की कोशिश की है.
राजधानी की सबसे बड़ी थोक सब्जी मंडी में से एक शास्त्री बाजार में सुबह 6:00 बजे से 12:00 बजे तक काफी संख्या में लोग सब्जी खरीदने आ रहे हैं. विक्रेताओं का कहना है कि महंगे दाम में सब्जियां बेचना उनकी मजबूरी है, क्योंकि लोकल सब्जियों की आवक कम हो गई है. इससे उनकी दुकानदारी भी प्रभावित हुई है. कारोबारियों ने बताया कि कर्नाटक के टमाटर नहीं आने का असर मंडी में देखने को मिल रहा है. पिछले दो हफ्तों में गिने-चुने ट्रक टमाटर लेकर रायपुर पहुंचे हैं. इसकी वजह से 40 से उछलकर टमाटर के दाम 80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है.
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हरी सब्जियों के बढ़े दाम
सब्जी कारोबारियों ने बताया कि सुबह ग्राहकी होने की वजह से टमाटर 1 हजार 100 से 1 हजार 200 रुपए कैरट बिकता है. टमाटर के बढ़ते दामों की वजह से लोग इसे नहीं खरीद रहे या फिर कम खरीद रहे हैं, जिससे नुकसान हो रहा है. यही हाल आलू और प्याज का भी है. आलू और प्याज दोनों 35 से 40 रुपए में बिक रहा है. लोकल भिंडी भी महंगी हो गई है. वहीं अन्य हरी सब्जियां औसतन 40 से 60 रुपए प्रति किलो बिक रही हैं.
आम आदमी परेशान
मार्केट में सब्जी खरीदने आए लोगों का कहना है कि महंगाई से सभी परेशान हैं. आए दिन हर चीज के दाम बढ़ रहे हैं, जिसका असर आम लोगों की जेब पर पड़ रहा है. उनका कहना है कि अगर यही हाल रहा तो परिवार चलाना मुश्किल हो जाएगा.
सब्जी के नाम | दाम (प्रति किलो) |
टमाटर | 80 रुपये |
लौकी | 50 रुपये |
बैंगन | 30 रुपये |
बरबटी | 40 रुपये |
सेमी | 80 रुपये |
भिंडी | 60 रुपये |
करेला | 80 रुपये |
फूल गोभी | 70 रुपये |
हरी मिर्च | 100 रुपये पाव |
पत्ता गोभी | 50रुपये |