रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना ने हाहाकार मचा रखा है. वहीं राज्य के हर जिले में रेमडेसिविर इंजेक्शन की भारी किल्लत है. कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए यह दवा जान बचाने वाली मानी जा रही है. लेकिन रायपुर के किसी मेडिकल स्टोर में ये इंजेक्शन नहीं मिल रहा है. रायपुर के मेकाहारा अस्पताल के मेडिकल स्टोर में यह दवाई मिलने की सूचना मिलते ही लोग इंजेक्शन लेने टूट पड़े. मेडिकल स्टोर के सामने लंबी लाइन लग गई. सरकार ने कालाबाजारी रोकने के लिए अंबेडकर अस्पताल के रेडक्रॉस दवा दुकान को रेमडेसिविर बेचने के लिए अधिकृत किया है. 24 घंटे से दुकान में भी स्टॉक नहीं है. लोग मेडिकल स्टोर के बाहर दवाई लेने के लिए खड़े हैं. ये सभी उन मरीजों के परिजन है जो अंबेडकर अस्पताल में कोविड-19 के इलाज के लिए भर्ती कराए गए हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि कोरोना मरीज के इलाज में डॉक्टर्स को रेमडेसीविर के इस्तेमाल से बचना चाहिए. बावजूद इसके बड़ी संख्या में लोग इस इंजेक्शन के लिए मेडिकल स्टोर के सामने लाइन लगा रहे हैं.
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जानिए क्या है रेमडेसिविर ?
बता दें कि रेमडेसिविर एक एंटीवायरल दवा है. इसका विकास हेपेटाइटिस सी के इलाज के लिए हुआ था. बाद में इबोला वायरस के इलाज में इसका उपयोग किया गया. कोरोना के इलाज में शुरुआती दौर में रेमडेसिविर का उपयोग किया गया. हालांकि 20 नवंबर 2020 को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा था कि कोरोना मरीज के इलाज में डॉक्टर्स को रेमडेसिविर इस्तेमाल से बचना चाहिए. केंद्र सरकार ने इस दवा के निर्यात पर भी रोक लगा दी है. बावजूद इसके मेडिकल स्टोर में रेमडेसिविर उपलब्ध होने की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में लोग इंजेक्शन खरीदने पहुंच रहे हैं.