रायपुर / हैदराबाद : हम हर वर्ष अपना गणतंत्र दिवस बड़े ही धूम धाम से मनाते हैं. इस दिन राष्ट्रीय स्तर पर छुट्टी होती है. स्कूल हो चाहे कॉलेज या कोई संस्था हो रिपब्लिक डे मनाया जाता है.26 जनवरी को स्कूल में बड़े स्तर पर प्रतियोगिताएं और कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है.ऐसे में स्टूडेंट्स की लाइफ में कई ऐसे मौके आते हैं जब गणतंत्र दिवस के दिन उन्हें स्पीच तैयार करनी होती है.आज हम आपको अपने लेख में ऐसे ही स्पीच के बारे में बताने जा रहे हैं.
ऐसे करें अपनी स्पीच की शुरुआत : माननीय अतिथिगण, शिक्षक वर्ग, मित्रगण और मेरे भाई बहनों आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं. मेरा नाम … है और मै कक्षा ….. में पढ़ता/पढ़ती हूं. या मैं एक शिक्षक हूं.या जिस भी प्रोफेशन से आप जुड़े हैं उसके बारे में बताएं. अपने भाषण की शुरुआत उन सभी को नमन करते हुए किजिए जिन्होंने अंग्रेजों से संघर्ष करते हुए बलिदान दिया. आज गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में हम सब यहां एकत्रित हुए हैं और मुझे गर्व है कि मैं भारत का एक नागरिक हूं.
भारत के वे सभी नायक जिन्होंने हमें आजादी दिलाने में अपना बलिदान दिया उनको याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए हम आज गणतंत्र दिवस मनाएंगे. इस दिवस पर मैं आपसे इस दिन के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें बताना चाहता हूं या चाहती हूं हम रिपब्लिक डे मना रहे हैं तो हमें आज के दिन, संविधान के इतिहास के बारे में सम्पूर्ण जानकारी होनी आवश्यक है. इस तरह से आप अपनी स्पीच की शुरुआत किजिए.
अपने स्पीच में किन बातों का रखें ध्यान : आप हमेशा एक बात पर फोकस किजिए कि आपकी स्पीच जिस भी सब्जेक्ट पर हो उसकी पूरी तरह से आपको जानकारी होनी चाहिए.ताकि यदि आप किसी भी प्वाइंट पर अटके या भटके तो आसानी से उसको कवरअप कर लें. साथ ही साथ गणतंत्र दिवस की स्पीच पर इसे मनाने की वजह और भारत के आजादी से लेकर गणतंत्र तक के सफर का ब्यौरा आपको बखूबी याद होना चाहिए.
कैसे बना था हमारा संविधान : हमारे संविधान को बनने में आजादी के बाद 2 वर्ष 11 महीने और 18 दिन का समय लगा था। हमारा संविधान 2 भाषाओं में लिखित है. अंग्रेजी और हिंदी. जिसे प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने लिखा था. जब संविधान बना था उस समय हमारे संविधान में कुल 396 अनुच्छेद, 8 सूचियां और 22 भाग थे. जिनमें अभी तक 104 संशोधन किये गए हैं. इन्ही नियमों अधिकारों को लागू करके हमें सिखाया जाता है कि हमें कैसे रहना है और कैसे अपने नियम कानूनों का पालन करना है. भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है.
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संविधान को डॉ भीमराव अम्बेडकर के नेतृत्व में रहकर 284 सदस्यीय टीम ने तैयार किया. जिसमें 15 महिला सदस्य भी थी. हमारा संविधान हस्तलिखित था. इसमें न तो कोई टेलीप्रिंटिंग थी और ना ही टाइपिंग थी. हमारा संविधान विश्व का लिखित सबसे बड़ा संविधान है. जिसे बनाने में 6 माह का समय लगा. हमारे देश में संविधान ही एक मात्र ऐसी चीज है जो सभी धर्म, जाति के लोगों को जोड़ के रखती है. इस दिन वीरों को राष्ट्रपति अशोक चक्र, परमवीर चक्र से सम्मानित करते हैं.