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डी पुरंदेश्वरी को प्रदेश प्रभारी बनाने से छत्तीसगढ़ बीजेपी को कितना फायदा ?

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Published : Mar 12, 2021, 6:25 PM IST

Updated : Mar 12, 2021, 7:47 PM IST

एक बार फिर छत्तीसगढ़ भाजपा प्रभारी डी पुरंदेश्वरी प्रदेश के दौरे पर आ रही हैं. वे दो दिन तक मैराथन बैठक लेंगी. वे नेताओं-कार्यकर्ताओं को चार्ज करेंगी और आगे की रणनीति तय करेंगी. आइये जानते हैं कि नई प्रदेश प्रभारी के दौरे से क्या वाकई बीजेपी चार्ज हुई है.

डी पुरंदेश्वरी

रायपुर: छत्तीसगढ़ बीजेपी में नई प्रदेश प्रभारी की कमान संभालने के बाद डी पुरंदेश्वरी ने संगठन को कसने की कवायद शुरू की. भाजपा संगठन को अल्टीमेटम तक दिया गया. डी पुरंदेश्वरी की सख्ती का असर भी नजर आ रहा है.

डी पुरंदेश्वरी को प्रदेश प्रभारी बनाने से छत्तीसगढ़ बीजेपी को कितना फायदा ?

धड़ाधड़ नियुक्तियां

मोर्चा प्रकोष्ठ में पहले नियुक्तियों को लेकर विवाद था लेकिन नई प्रभारी के दौरे के बाद धड़ाधड़ नियुक्तियां की गईं.

सदन में मुखर नजर आए बीजेपी सदस्य

डी पुरंदेश्वरी ने पिछले दौरे में भाजपा विधायक दल की बैठक लेकर उन्हें आक्रामक होने का निर्देश दिया था. छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में इसका असर भी साफ नजर आया. भाजपा विधायकों ने सरकार को हर मोर्चे पर दमदार तरीके से घेरा. प्रदेश प्रभारी को सदन की कार्यवाही और विधायकों के परफारमेंस की हर सप्ताह रिपोर्ट भेजी जा रही है. चर्चा है कि यह रिपोर्ट आलाकमान को भी दी जा रही है.

प्रदेश प्रभारी की सक्रियता का असर दिख रहा

वरिष्ठ पत्रकार शशांक शर्मा कहते हैं कि नए प्रदेश अध्यक्ष आने के बाद नए मोर्चा और तमाम टीमें नहीं बन रही है. जब भी नया प्रभार मिलता है तो एक्शन दिखाई देता है. छत्तीसगढ़ के बड़े-बड़े मुद्दों को लेकर भाजपा संगठन और सक्रिय होता है तो सत्ताधारी दल के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है. हालांकि जिस तरह से सत्ता सरकार जाने के बाद हताशा और निराशा थी. वह अब प्रदेश प्रभारी के आने के बाद दूर होती दिख रही है. भाजपा भी लगातार सड़कों पर आकर प्रदर्शन करते दिख रही है. यह उनकी सक्रियता का ही असर है. प्रभारी केंद्रीय नेतृत्व को लगातार रिपोर्ट भेजते हैं. अब जिस तरह से छत्तीसगढ़ में बुरी हार हुई है.

डी पुरंदेश्वरी की डेडलाइन के बाद भी छत्तीसगढ़ बीजेपी में नहीं हुई नियुक्तियां

संगठन ले रहा वृहद आकार

भाजपा प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास कहते हैं कि भाजपा आलाकमान ने दो बड़े ऊर्जावान पदाधिकारियों की नियुक्ति की है. लगातार उनकी आमद छत्तीसगढ़ में हो रही है. किसान आंदोलन में भी सह प्रभारी नितिन नवीन ने अपनी सहभागिता निभाई है. संगठन एक वृहद आकार ले रहा है. हर जिलों और मंडल के कार्यकर्ताओं से भी वे सीधा संवाद कर रही हैं.

शिकायतें भी पहुंच रहीं

डी पुरंदेश्वरी के पास कई शिकायतें भी पहुंच रहीं हैं. भारतीय जनता युवा मोर्चा को लेकर पार्टी ने 35 वर्ष से कम उम्र के युवाओं को ही शामिल करने का फार्मूला बनाया है, लेकिन 35 से ज्यादा उम्र के युवाओं को शामिल करने की शिकायत भी डी पुरंदेश्वरी तक पहुंची है. उन्होंने युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू और प्रदेश प्रभारी अनुराग सहदेव, मंत्री ओपी चौधरी को साफ निर्देश भी दिए हैं कि कम उम्र के फार्मूले पर फिट नहीं बैठने वालों को बाहर का रास्ता दिखाया जाए.

जिलों में भी मनमानी नियुक्ति को लेकर पहुंची है शिकायत

प्रदेश कार्यकारिणी को लेकर एक बार फिर से केंद्रीय संगठन के निर्देश पर आधार तैयार किया जा रहा है. इसके लिए प्रदेश सह प्रभारी नितिन नवीन को जिम्मा सौंपा गया है. भाजपा के उच्च सूत्रों की मानें तो मोर्चा की जिला कार्यकारिणी में भी तय सीमा से ज्यादा सदस्यों को पद बांट दिया गया है. इसकी शिकायत भी प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी से की गई है. दरअसल भाजपा में मंडल स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक कार्यकारिणी में पदों की संख्या तय है लेकिन जिला अध्यक्ष बने नेताओं ने अति उत्साह में तय सीमा से ज्यादा पदों पर नियुक्ति कर दी है. यह पूरा मामला भी उन तक पहुंचा है, जिसे लेकर भी पार्टी में उनके दौरे के पहले हड़कंप मचा हुआ है.

वादाखिलाफी के मुद्दे बघेल सरकार को सदन में घेरेगी बीजेपी

भाजपा नियुक्तियों में करीबियों के एडजस्ट करने का भी मामला

रायपुर जिले के अनुसूचित जाति मोर्चा में मनमाने तरीके से पद बांटे जाने का मामला सामने आया था. भाजपा नेताओं ने बताया कि प्रदेश में सत्ता जाने के बाद केंद्रीय संगठन की नजर छत्तीसगढ़ पर है. पुरंदेश्वरी के सख्त रवैए ने नेताओं को मनमानी पर लगाम लगाने का काम तो किया है लेकिन कुछ नेता अब भी प्रदेश के दिग्गज नेताओं के संरक्षण में अपने करीबी नेताओं को कार्यकारिणी में एडजस्ट कर रहे हैं. इसकी शिकायत भी उन तक पहुंची है.

आगामी 3 महीने की कार्ययोजना को लेकर रिपोर्ट

  • भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक 13 और 14 मार्च को होने जा रही है. प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी और सहप्रभारी नितिन नवीन भी शामिल हो रहे हैं. इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय से लेकर सभी जिला और मोर्चा अध्यक्ष अपने बीते 3 महीनों के परफारमेंस रिपोर्ट रखेंगे.
  • सभी को बैठक में मौजूद रहने के निर्देश दिए गए हैं. साल में तीन से चार बार होने वाली कार्यसमिति की बैठक में भाजपा राजनीतिक प्रस्ताव लेकर आती है. जानकारी के मुताबिक 2 दिनों तक अलग-अलग बैठकों में पदाधिकारियों और प्रभारी, सहप्रभारी के बीच सीधा संवाद होगा.
  • प्रदेश प्रभारी ने अपनी नियुक्ति के बाद 1000 दिन का लक्ष्य दिया था, क्योंकि तब इतने ही दिन विधानसभा चुनाव 2023 को शेष थे. इस बैठक के लिए राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश को भी न्योता भेजा गया है, जिन्हें सौदान सिंह की जगह छत्तीसगढ़ की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है.
  • युवा मोर्चा की रूकी हुई नियुक्तियों पर भी फैसला संभव
  • भारतीय जनता युवा मोर्चा में 35 वर्षों से ज्यादा और गैर अनुभवी को प्रदेश कार्यकारिणी और जिला अध्यक्ष बनाए जाने के मामले में युवा मोर्चा प्रदेश प्रभारी अनुराग सिंहदेव और ओपी चौधरी ने रिपोर्ट तैयार कर ली है. वे आगामी दौरे में डी पुरंदेश्वरी को रिपोर्ट सौंपेंगे.
  • जांच होने तक नियुक्तियों पर रोक लगी हुई है. संभव है कि यह रोक हट जाए. अभी कई जिलाध्यक्ष जिला कार्यकारिणी और मंडल में युवा मोर्चाओं की नियुक्ति होनी है. इसके चलते प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के कई महीने बाद भी जिलों में बॉडी नहीं बन पाई है.

डी पुरंदेश्वरी के हंटर से कांप रही कांग्रेस: बृजमोहन

पहली बार RSS से संगठन में नियुक्तियों के लिए भी अनुशंसा

भारतीय जनता युवा मोर्चा में नियुक्ति के लिए अब पहली बार संगठन में नियुक्तियों के लिए भी बड़ी संख्या में अनुशंसा पहुंच रही है. प्रदेश कार्यकारिणी में भी RSS बैकग्राउंड के कई नेताओं को जगह दी गई है. मोर्चा प्रकोष्ठ में भी आरएसएस से जुड़े नेताओं को खासतौर पर जोड़ने के लिए दबाव है. लंबे समय से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के माध्यम से काम कर रहे युवाओं को जोड़ना भी पार्टी के लिए जरूरी होगा।

रायपुर: छत्तीसगढ़ बीजेपी में नई प्रदेश प्रभारी की कमान संभालने के बाद डी पुरंदेश्वरी ने संगठन को कसने की कवायद शुरू की. भाजपा संगठन को अल्टीमेटम तक दिया गया. डी पुरंदेश्वरी की सख्ती का असर भी नजर आ रहा है.

डी पुरंदेश्वरी को प्रदेश प्रभारी बनाने से छत्तीसगढ़ बीजेपी को कितना फायदा ?

धड़ाधड़ नियुक्तियां

मोर्चा प्रकोष्ठ में पहले नियुक्तियों को लेकर विवाद था लेकिन नई प्रभारी के दौरे के बाद धड़ाधड़ नियुक्तियां की गईं.

सदन में मुखर नजर आए बीजेपी सदस्य

डी पुरंदेश्वरी ने पिछले दौरे में भाजपा विधायक दल की बैठक लेकर उन्हें आक्रामक होने का निर्देश दिया था. छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में इसका असर भी साफ नजर आया. भाजपा विधायकों ने सरकार को हर मोर्चे पर दमदार तरीके से घेरा. प्रदेश प्रभारी को सदन की कार्यवाही और विधायकों के परफारमेंस की हर सप्ताह रिपोर्ट भेजी जा रही है. चर्चा है कि यह रिपोर्ट आलाकमान को भी दी जा रही है.

प्रदेश प्रभारी की सक्रियता का असर दिख रहा

वरिष्ठ पत्रकार शशांक शर्मा कहते हैं कि नए प्रदेश अध्यक्ष आने के बाद नए मोर्चा और तमाम टीमें नहीं बन रही है. जब भी नया प्रभार मिलता है तो एक्शन दिखाई देता है. छत्तीसगढ़ के बड़े-बड़े मुद्दों को लेकर भाजपा संगठन और सक्रिय होता है तो सत्ताधारी दल के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है. हालांकि जिस तरह से सत्ता सरकार जाने के बाद हताशा और निराशा थी. वह अब प्रदेश प्रभारी के आने के बाद दूर होती दिख रही है. भाजपा भी लगातार सड़कों पर आकर प्रदर्शन करते दिख रही है. यह उनकी सक्रियता का ही असर है. प्रभारी केंद्रीय नेतृत्व को लगातार रिपोर्ट भेजते हैं. अब जिस तरह से छत्तीसगढ़ में बुरी हार हुई है.

डी पुरंदेश्वरी की डेडलाइन के बाद भी छत्तीसगढ़ बीजेपी में नहीं हुई नियुक्तियां

संगठन ले रहा वृहद आकार

भाजपा प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास कहते हैं कि भाजपा आलाकमान ने दो बड़े ऊर्जावान पदाधिकारियों की नियुक्ति की है. लगातार उनकी आमद छत्तीसगढ़ में हो रही है. किसान आंदोलन में भी सह प्रभारी नितिन नवीन ने अपनी सहभागिता निभाई है. संगठन एक वृहद आकार ले रहा है. हर जिलों और मंडल के कार्यकर्ताओं से भी वे सीधा संवाद कर रही हैं.

शिकायतें भी पहुंच रहीं

डी पुरंदेश्वरी के पास कई शिकायतें भी पहुंच रहीं हैं. भारतीय जनता युवा मोर्चा को लेकर पार्टी ने 35 वर्ष से कम उम्र के युवाओं को ही शामिल करने का फार्मूला बनाया है, लेकिन 35 से ज्यादा उम्र के युवाओं को शामिल करने की शिकायत भी डी पुरंदेश्वरी तक पहुंची है. उन्होंने युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू और प्रदेश प्रभारी अनुराग सहदेव, मंत्री ओपी चौधरी को साफ निर्देश भी दिए हैं कि कम उम्र के फार्मूले पर फिट नहीं बैठने वालों को बाहर का रास्ता दिखाया जाए.

जिलों में भी मनमानी नियुक्ति को लेकर पहुंची है शिकायत

प्रदेश कार्यकारिणी को लेकर एक बार फिर से केंद्रीय संगठन के निर्देश पर आधार तैयार किया जा रहा है. इसके लिए प्रदेश सह प्रभारी नितिन नवीन को जिम्मा सौंपा गया है. भाजपा के उच्च सूत्रों की मानें तो मोर्चा की जिला कार्यकारिणी में भी तय सीमा से ज्यादा सदस्यों को पद बांट दिया गया है. इसकी शिकायत भी प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी से की गई है. दरअसल भाजपा में मंडल स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक कार्यकारिणी में पदों की संख्या तय है लेकिन जिला अध्यक्ष बने नेताओं ने अति उत्साह में तय सीमा से ज्यादा पदों पर नियुक्ति कर दी है. यह पूरा मामला भी उन तक पहुंचा है, जिसे लेकर भी पार्टी में उनके दौरे के पहले हड़कंप मचा हुआ है.

वादाखिलाफी के मुद्दे बघेल सरकार को सदन में घेरेगी बीजेपी

भाजपा नियुक्तियों में करीबियों के एडजस्ट करने का भी मामला

रायपुर जिले के अनुसूचित जाति मोर्चा में मनमाने तरीके से पद बांटे जाने का मामला सामने आया था. भाजपा नेताओं ने बताया कि प्रदेश में सत्ता जाने के बाद केंद्रीय संगठन की नजर छत्तीसगढ़ पर है. पुरंदेश्वरी के सख्त रवैए ने नेताओं को मनमानी पर लगाम लगाने का काम तो किया है लेकिन कुछ नेता अब भी प्रदेश के दिग्गज नेताओं के संरक्षण में अपने करीबी नेताओं को कार्यकारिणी में एडजस्ट कर रहे हैं. इसकी शिकायत भी उन तक पहुंची है.

आगामी 3 महीने की कार्ययोजना को लेकर रिपोर्ट

  • भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक 13 और 14 मार्च को होने जा रही है. प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी और सहप्रभारी नितिन नवीन भी शामिल हो रहे हैं. इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय से लेकर सभी जिला और मोर्चा अध्यक्ष अपने बीते 3 महीनों के परफारमेंस रिपोर्ट रखेंगे.
  • सभी को बैठक में मौजूद रहने के निर्देश दिए गए हैं. साल में तीन से चार बार होने वाली कार्यसमिति की बैठक में भाजपा राजनीतिक प्रस्ताव लेकर आती है. जानकारी के मुताबिक 2 दिनों तक अलग-अलग बैठकों में पदाधिकारियों और प्रभारी, सहप्रभारी के बीच सीधा संवाद होगा.
  • प्रदेश प्रभारी ने अपनी नियुक्ति के बाद 1000 दिन का लक्ष्य दिया था, क्योंकि तब इतने ही दिन विधानसभा चुनाव 2023 को शेष थे. इस बैठक के लिए राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश को भी न्योता भेजा गया है, जिन्हें सौदान सिंह की जगह छत्तीसगढ़ की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है.
  • युवा मोर्चा की रूकी हुई नियुक्तियों पर भी फैसला संभव
  • भारतीय जनता युवा मोर्चा में 35 वर्षों से ज्यादा और गैर अनुभवी को प्रदेश कार्यकारिणी और जिला अध्यक्ष बनाए जाने के मामले में युवा मोर्चा प्रदेश प्रभारी अनुराग सिंहदेव और ओपी चौधरी ने रिपोर्ट तैयार कर ली है. वे आगामी दौरे में डी पुरंदेश्वरी को रिपोर्ट सौंपेंगे.
  • जांच होने तक नियुक्तियों पर रोक लगी हुई है. संभव है कि यह रोक हट जाए. अभी कई जिलाध्यक्ष जिला कार्यकारिणी और मंडल में युवा मोर्चाओं की नियुक्ति होनी है. इसके चलते प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के कई महीने बाद भी जिलों में बॉडी नहीं बन पाई है.

डी पुरंदेश्वरी के हंटर से कांप रही कांग्रेस: बृजमोहन

पहली बार RSS से संगठन में नियुक्तियों के लिए भी अनुशंसा

भारतीय जनता युवा मोर्चा में नियुक्ति के लिए अब पहली बार संगठन में नियुक्तियों के लिए भी बड़ी संख्या में अनुशंसा पहुंच रही है. प्रदेश कार्यकारिणी में भी RSS बैकग्राउंड के कई नेताओं को जगह दी गई है. मोर्चा प्रकोष्ठ में भी आरएसएस से जुड़े नेताओं को खासतौर पर जोड़ने के लिए दबाव है. लंबे समय से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के माध्यम से काम कर रहे युवाओं को जोड़ना भी पार्टी के लिए जरूरी होगा।

Last Updated : Mar 12, 2021, 7:47 PM IST
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