रायपुर: छत्तीसगढ़ में वन्य जीवों से जुड़ी हुई बड़ी खबर सामने आई है. यहां रायपुर के नंदन वन और जंगल सफारी में बीते दिनों में 17 हिरणों की मौत हुई है.सभी हिरण चारच सींग वाले हैं. इन्हें चौसिंघा भी कहा जा रहा है.
हरकत में जंगल सफारी प्रबंधन: रायपुर जंगल सफारी और रायपुर नंदन वन से जुड़े अधिकारी ने बताया कि इन मौतों ने जू में जानवरों के रख रखाव को लेकर चिंता पैदा कर दी है. अब तक कुल 17 चौसिंघा की मौत हुई है.
"29 नवंबर को चिड़ियाघर प्रबंधन ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में उनके बाड़े में 24 में से 17 चौसिंघा की अज्ञात कारणों से मौत हो गई, मौत के कारणों का पता अभी नहीं चल पाया है. इसमें जांच की जा रही है": एम मर्सी बेला, मुख्य वन संरक्षक, वन्यजीव
हिरणों के विसरा रिपोर्ट का इंतजार: मृत्यु के कारण का पता लगाने के लिए मृत जानवरों के विसरा के नमूने उत्तर प्रदेश के बरेली में भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) को भेजे गए हैं, राज्य स्तरीय स्वास्थ्य समिति भी इस मामले में हरकत में आ चुकी है. यह समिति समय-समय पर चिड़ियाघरों में वन्यजीवों की स्थिति की निगरानी करती है. अब यह समिति इसकी जांच में जुट चुकी है. केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण को मौतों के बारे में सूचित कर दिया गया है, जबकि नंदनवन जंगल सफारी और चिड़ियाघर के बाकी चौसिंगा को निगरानी में रखा गया है.
इससे पहले बिलासपुर के चिड़ियाघर और दुर्ग स्मृतिवन में भी जानवरों की मौत हो चुकी है. जिससे छत्तीसगढ़ में जानवरों के रख रखाव को लेकर काफी सवाल उठ चुके हैं. एक बार फिर छत्तीसगढ़ से ऐसी खबरों ने वन्यजीव प्रेमियों को आहत किया है. इस बार माामला हिरणों से जुड़ा हुआ है. यहां के जंगल सफारी और चिड़ियाघर में चौसिंगा की मौत ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है.