रायपुर: आबकारी मंत्री कवासी लखमा को धमकाने वाले शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही पुलिस ने इस केस को बेहद कम समय में सुलझा लिया है. पुलिस की कार्यप्रणाली से खुश होकर लखमा ने सिविल लाइन कंट्रोल सेंटर में पुलिस टीम को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया है. इस मौके पर मंत्री कवासी लखमा ने पुलिस की जमकर तारीफ भी की है.
कवासी लखमा ने सीएसपी अभिषेक महेश्वरी, एसआई अजय झा, दो आरक्षक मेला राम और विक्रम वर्मा को सम्मानित किया है. लखमा ने पुलिस को यह सम्मान मंत्री को ब्लैकमेलिंग कर धमकाने वाले आरोपी को शिमला से गिरफ्तार कर रायपुर लाने के लिए दिया है.
सीबीआई अधिकारी बताकर दी थी धमकी
बता दें कि 29 दिसंबर को आबकारी मंत्री कवासी लखमा के पीएसओ नोने सिंह बागरी ने सिविल लाइन थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी कि पीएसओ और मंत्री कवासी लखमा को अंकुश शर्मा नामक व्यक्ति ने फोन पर सीबीआई का अधिकारी बताकर धमकी दी है. धमकी में आरोपी ने सीबीआई में किसी मामले में चल रहे जांच को दबाने के लिए दो लाख रुपए की मांग की है., जिसके बाद पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज की और 48 घंटे बाद आरोपी अंकुश शर्मा को शिमला के चौपाल गांव से गिरफ्तार किया.
आरोपी को लेकर मंत्री कवासी लखमा ने दुख जताया
गिरफ्तारी को लेकर मंत्री कवासी लखमा ने पुलिस टीम को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया और रायपुर पुलिस की हौसला अफजाई की है. वहीं गिरफ्तार किए गए आरोपी अंकुश शर्मा के बारे में मंत्री कवासी लखमा ने दुख जताया है और कहा कि एक पढ़ने-लिखने वाले छात्र को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. ऐसे में उसके मां पर क्या बीतेगा. साथ ही लखमा ने कहा कि गिरफ्तार करने के पहले अगर मुझे पता होता तो मैं उसे जेल नहीं भेजता.
प्रशंसा पत्र देकर पुलिसकर्मियों को किया सम्मानित
वहीं मामले में एसएसपी आरिफ शेख का कहना है कि आरोपी अंकुश शर्मा को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम के सीएसपी अभिषेक महेश्वरी एसआई अजय झा और दो आरक्षक मेला राम और विक्रम वर्मा को प्रशंसा पत्र देकर मंत्री कवासी लखमा ने सम्मानित किया है. इस तरह मंत्री से सीधे सम्मानित होने से पुलिस जवानों का मनोबल बढ़ता है और क्राइम के मामलों में जल्द ही पुलिस को सफलता मिलती है. साथ ही आरिफ शेख ने कहा कि पुलिस भी इस तरह से सम्मानित होने से अपने आप को गौरवान्वित महसूस करती है.