रायपुर: कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह द्वारा स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को लेकर दिए गए बयान पर खेद जताने के बाद यह विवाद खत्म माना जा रहा है. जिसके बाद गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने बृहस्पति सिंह के बयान को लेकर कहा कि क्षमा और खेद में कोई अंतर नहीं होता. क्षमा मांगता हूं कहना और खेद व्यक्त करना मतलब अपनी बात से हटना है.
दरअसल, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने शनिवार को यह बयान राजस्थान दौरे के लिए रवाना होने से पहले दिया है. राजस्थान जाने से पहले स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वह राजस्थान में पार्टी की घोषणा पत्र क्रियान्वयन को लेकर चर्चा करेंगे. घोषणा पत्र लागू करने के लिए कांग्रेस ने कई कमेटियां बनाई हैं. राजस्थान के लिए उन्हें अध्यक्ष बनाया गया है. वह वहां पहले भी बैठक ले चुके हैं. राजस्थान में 65-70 प्रतिशत घोषणा पत्र का क्रियान्वयन हो चुका है.
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गृह मंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की वजह से उन्हें राजस्थान जाने में दिक्कत हो रही थी. अब कोरोना संक्रमण के मामले कम होने के बाद वह राजस्थान जा रहे हैं. वहीं वह राजस्थान की कांग्रेस सरकार के घोषणा पत्र की समीक्षा करेंगे और देखेंगे कि जो वादे बचे थे वो पूरे हुए या नहीं. साथ ही आगामी क्या नई योजनाएं लागू की गई है, इसकी समीक्षा भी की जाएगी.
राजस्थान दौने से पहले गृह मंत्री ने बृहस्पति-टीएस सिंहदेव विवाद पर कहा, 'मैं समझता हूं इसमें दिल्ली तक जाने लायक कोई प्रकरण नहीं है. क्षमा और खेद में कोई अंतर नहीं होता, क्षमा मांगता हूं कहना और खेद व्यक्त करने का मतलब अपनी बात से हटना है. खेद व्यक्त तो सदन में किया है, वे क्या चाहते हैं, उनसे चर्चा कर पता करेंगे.'
गौरतलब है कि विधायक बृहस्पति सिंह ने कहा था कि उन्होंने किसी से माफी नहीं मांगी है, केवल खेद व्यक्त किया है.