रायपुर: ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित विनीत शर्मा ने बताया कि "होली के पूर्व 8 दिन का काल होलाष्टक काल कहलाता है. इस काल में घर से इन चीज़ों को बाहर कर देना चाहिए. कई बार घर में टूटे हुए कांच के बर्तन, कांच के प्लेट डाइनिंग टेबल पड़े रह जाते हैं. इन सभी सामग्रियों को घर से बाहर कर देना चाहिए. पुराना कूड़ा करकट, कबाड़, रद्दी पेपर, पुरानी मैगजीन सभी को घर से बाहर निकाल कर कबाड़ में दे देना चाहिए. इसी तरह टूटे हुए उपयोग किए हुए सीख लकड़ी औऱ प्लास्टिक आदि के झाड़ू को भी घर से बाहर कर देना चाहिए. इससे घर में नेगेटिव एनर्जी पैदा होती है, और पूरा घर का वातावरण नेगेटिव जोन में बदल जाता है."
"साफ-सफाई का रखें ध्यान": ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित विनीत शर्मा ने बताया कि "पूरे घर को पॉजिटिव जोन में बनाए रखने के लिए घर में सभी तरह के जालों की साफ-सफाई बहुत अच्छी तरह से करनी चाहिए. सभी जालों को जड़ सहित नष्ट कर देना चाहिए. इस जगह पर जल आदि छिड़ककर शुद्ध करना चाहिए. घर के चारों ओर अनावश्यक उगी हुई खरपतवार घास आदि को भी सफाई किया जाना चाहिए. जिससे कि घर को पॉजिटिव एनर्जी मिलती रहे."
"बंद पड़ी हुई घड़ियों को भी घर से हटा दें": ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित विनीत शर्मा ने बताया कि "होली के समय घर में रुकी और बंद पड़ी हुई घड़ियों को भी घर से हटा देना चाहिए. रुकी और बंद पड़ी हुई घड़ी भी नेगेटिव ऊर्जा का स्रोत है. इसी तरह से कोई मृत पौधा है, उसके स्थान पर नए पौधे लगाने चाहिए. घर में दीमक लगी हुई लकड़ियों और अन्य सामग्री को भी घर से हटा देना चाहिए. जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो सके."
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"घर की उर्जा को सकारात्मक बनाए रखें": ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित विनीत शर्मा ने बताया कि "होली के समय घर में नियमित रूप से साफ सफाई स्वच्छता रहनी चाहिए. चारों ओर लोभान गंगाजल आदि के द्वारा पूरे घर को साफ और स्वच्छ रखना चाहिए. इसी तरह यज्ञ आदि के द्वारा घर की उर्जा को सकारात्मक बनाए रखने का पूरा प्रयास किया जाना चाहिए. होली एक खुशी और आनंद का त्योहार है. यह नवीन ऊर्जा को प्राप्त करने का समय है. अतः इस समय घर में व्यापक साफ सफाई उचित रीति से होनी चाहिए."