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हाई पावर कमिटी ने कहा आदिवासी नहीं हैं ऋचा जोगी, मुंगेली कलेक्टर को कार्रवाई के निर्देश

ऋचा जोगी की जाति मामले में गठित हाईपावर कमिटी (high power committee) ने ऋचा को गोंड मानने से इनकार कर दिया है. कमिटी ने गोंड जाति के प्रमाण पत्र को भी निरस्त करने का आदेश जारी करते हुए मुंगेली कलेक्टर को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.

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ऋचा जोगी
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Published : Jul 11, 2021, 7:42 AM IST

Updated : Jul 11, 2021, 10:38 PM IST

रायपुर: पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की बहू और अमित जोगी की पत्नी ऋचा जोगी (Richa Jogi ) की मुश्किलें बढ़ गई हैं. ऋचा जोगी को फर्जी जाति मामले (Richa Jogi fake caste case ) में हाई पावर कमिटी ने गोंड आदिवासी (gond tribal) मानने से इनकार कर दिया है. ऋचा जोगी के 2020 में बने गोंड जाति के प्रमाण पत्र को कमिटी ने निरस्त करने का आदेश दिया है. साथ ही मुंगेली कलेक्टर को इस मामले में कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया है.

मरवाही उपचुनाव के समय से ही ऋचा जोगी की जाति का मुद्दा गरमाया हुआ था. उस वक्त भी ऋचा जोगी की जाति को निर्वाचन अधिकारी ने गोंड नहीं मानते हुए उनके नामांकन को निरस्त कर दिया था. इसके बाद ये मामला हाईपावर कमिटी के पास चला गया था. इस हाई पावर कमिटी में 6 सदस्य थे. जिसमें 4 IPS शम्मी आबिदी , कमलप्रीत सिंह, डीडी सिंह और भुवनेश यादव शामिल थे. कमिटी ने अलग-अलग पहलुओं पर जांच करते हुए ऋचा जोगी के जाति प्रमाण पत्र को निरस्त करने की अनुशंसा की है. साथ ही इस मामले में मुंगेली कलेक्टर को कार्रवाई करने के लिए कहा है.

ऋचा जोगी के पिता ने अपनी जाति क्रिशश्चियन लिखी

जांच कमिटी का यह आदेश 19 पेज में निकाला गया है. आदेश में ऋचा जोगी की जाति के संदर्भ में अलग-अलग स्तर और जांच और साक्ष्यों पर जानकारी जुटाई गई है. आदेश में हाईपावर कमिटी ने ऋचा जोगी के पिता प्रवीण राज साधु के सर्विस बुक का उल्लेख किया है. जिसमें उन्होंने अपनी जाति क्रिशश्चियन लिखा हैं. उसी तरह जमीन की खरीद-बिक्री दस्तावेज में प्रवीण राज साधु ने खुद को गैर आदिवासी बताया हैं.

जीपी सिंह मामले पर बोले डॉ रमन, कार्रवाई की प्रमाणिकता दे सरकार

ग्रामीणों से भी लिए गए साक्ष्य

हाईपावर कमिटी की रिपोर्ट के मुताबिक पेंड्रीडीह के ग्रामीणों ने भी कहा है कि ऋचा जोगी के परिवार ने खुद को गैर आदिवासी घोषित किया हुआ है और इनका गोंड जाति से कोई लेना देना नहीं है.

स्थायी जाति प्रमाण पत्र होगा निरस्त

आदेश में ये भी कहा गया है कि किसी भी राजस्व दस्तावेज में ऋचा जोगी या उनके परिवार की सामाजिक स्थिति में जाति का स्पष्ट उल्लेख नहीं है. कमिटी के मुताबिक जांच के दौरान ऋचा जोगी को अपना पक्ष रखने का पूरा मौका दिया गया. लेकिन वो अपनी जाति को साबित नहीं कर सकी. लिहाज उनके स्थायी जाति प्रमाण पत्र (caste certificate) को निरस्त करने का आदेश हाईपावर कमिटी ने दिया है.

अमित जोगी का बघेल ससरकार पर हमला

ऋचा जोगी का जाति प्रमाण पत्र रद्द होने पर अमित जोगी ने बघेल सरकार पर हमला किया है. जोगी ने कहा कि, अगर हमारी जाति आदिवासी नहीं है तो आखिर क्या है. हम क्या मंगल ग्रह से आएं हैं. इससे पहले भी पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने पिता स्व अजीत जोगी का जाति प्रमाण पत्र रद्द किया था. उसे कोर्ट ने बहाल किया और अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मेरा और मेरी पत्नी का जाति प्रमाण पत्र रिजेक्ट कर रहे हैं. लेकिन हमें कोर्ट से न्याय मिलेगा. कोर्ट पर हमें पूरा भरोसा है.

रायपुर: पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की बहू और अमित जोगी की पत्नी ऋचा जोगी (Richa Jogi ) की मुश्किलें बढ़ गई हैं. ऋचा जोगी को फर्जी जाति मामले (Richa Jogi fake caste case ) में हाई पावर कमिटी ने गोंड आदिवासी (gond tribal) मानने से इनकार कर दिया है. ऋचा जोगी के 2020 में बने गोंड जाति के प्रमाण पत्र को कमिटी ने निरस्त करने का आदेश दिया है. साथ ही मुंगेली कलेक्टर को इस मामले में कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया है.

मरवाही उपचुनाव के समय से ही ऋचा जोगी की जाति का मुद्दा गरमाया हुआ था. उस वक्त भी ऋचा जोगी की जाति को निर्वाचन अधिकारी ने गोंड नहीं मानते हुए उनके नामांकन को निरस्त कर दिया था. इसके बाद ये मामला हाईपावर कमिटी के पास चला गया था. इस हाई पावर कमिटी में 6 सदस्य थे. जिसमें 4 IPS शम्मी आबिदी , कमलप्रीत सिंह, डीडी सिंह और भुवनेश यादव शामिल थे. कमिटी ने अलग-अलग पहलुओं पर जांच करते हुए ऋचा जोगी के जाति प्रमाण पत्र को निरस्त करने की अनुशंसा की है. साथ ही इस मामले में मुंगेली कलेक्टर को कार्रवाई करने के लिए कहा है.

ऋचा जोगी के पिता ने अपनी जाति क्रिशश्चियन लिखी

जांच कमिटी का यह आदेश 19 पेज में निकाला गया है. आदेश में ऋचा जोगी की जाति के संदर्भ में अलग-अलग स्तर और जांच और साक्ष्यों पर जानकारी जुटाई गई है. आदेश में हाईपावर कमिटी ने ऋचा जोगी के पिता प्रवीण राज साधु के सर्विस बुक का उल्लेख किया है. जिसमें उन्होंने अपनी जाति क्रिशश्चियन लिखा हैं. उसी तरह जमीन की खरीद-बिक्री दस्तावेज में प्रवीण राज साधु ने खुद को गैर आदिवासी बताया हैं.

जीपी सिंह मामले पर बोले डॉ रमन, कार्रवाई की प्रमाणिकता दे सरकार

ग्रामीणों से भी लिए गए साक्ष्य

हाईपावर कमिटी की रिपोर्ट के मुताबिक पेंड्रीडीह के ग्रामीणों ने भी कहा है कि ऋचा जोगी के परिवार ने खुद को गैर आदिवासी घोषित किया हुआ है और इनका गोंड जाति से कोई लेना देना नहीं है.

स्थायी जाति प्रमाण पत्र होगा निरस्त

आदेश में ये भी कहा गया है कि किसी भी राजस्व दस्तावेज में ऋचा जोगी या उनके परिवार की सामाजिक स्थिति में जाति का स्पष्ट उल्लेख नहीं है. कमिटी के मुताबिक जांच के दौरान ऋचा जोगी को अपना पक्ष रखने का पूरा मौका दिया गया. लेकिन वो अपनी जाति को साबित नहीं कर सकी. लिहाज उनके स्थायी जाति प्रमाण पत्र (caste certificate) को निरस्त करने का आदेश हाईपावर कमिटी ने दिया है.

अमित जोगी का बघेल ससरकार पर हमला

ऋचा जोगी का जाति प्रमाण पत्र रद्द होने पर अमित जोगी ने बघेल सरकार पर हमला किया है. जोगी ने कहा कि, अगर हमारी जाति आदिवासी नहीं है तो आखिर क्या है. हम क्या मंगल ग्रह से आएं हैं. इससे पहले भी पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने पिता स्व अजीत जोगी का जाति प्रमाण पत्र रद्द किया था. उसे कोर्ट ने बहाल किया और अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मेरा और मेरी पत्नी का जाति प्रमाण पत्र रिजेक्ट कर रहे हैं. लेकिन हमें कोर्ट से न्याय मिलेगा. कोर्ट पर हमें पूरा भरोसा है.

Last Updated : Jul 11, 2021, 10:38 PM IST
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