रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा में आज राज्य का बजट पेश किया. बतौर वित्त मंत्री भूपेश बघेल ने तीसरी बार बजट पेश किया है. इस साल बजट में कोरोना के कारण आई आर्थिक मंदी से उबरने के रोडमैप पर फोकस किया गया है. कोरोना महामारी के कारण इस बार बजट में हेल्थ सेक्टर को बहुत कुछ मिलने की उम्मीद जताई गई थी. सीएम भूपेश बघेल ने सदन में कहा कि कोरोना के कारण राजस्व में कमी जरूर आई लेकिन उनकी सरकार ने आर्थिक दबाव में भी बेहतर काम किया.
'स्वास्थ्य सेवाओं में होगी बढ़ोतरी'
मेडिकल सेक्टर को मिले बजट के बारे में बात करते हुए निजी हॉस्पिटल के संचालक डॉ ऋषि अग्रवाल ने बताया कि बजट में सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को अपग्रेड किया है. स्वास्थ्य सेवाओं को दूरस्थ अंचलों तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है. जिसका असर लंबे समय तक देखने को मिलेगा और स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ोतरी होगी.
उन्होंने बताया कि प्राइवेट अस्पतालों को ये उम्मीद थी कि जिन कॉमन बीमारियों को स्मार्ट कार्ड और राशन कार्ड से बंद किया गया है वे अगर चालू कर दी जाती है तो प्राइवेट अस्पताल लोगों को और ज्यादा लाभ दे पाते. बजट संतोषजनक है. इससे लोगों को फायदा मिलेगा.
एक क्लिक में जानिए क्या रहा छत्तीसगढ़ 2021-22 के बजट में खास ?
हेल्थ सेक्टर के लिए सीएम ने की ये बड़ी घोषणाएं
- चंदूलाल चंद्राकर अस्पताल का शासकीयकरण होगा.
- जशपुर, शिवरीनारायण और जांजगीर में स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना होगी.
- मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना के लिए 13 करोड़ का प्रावधान.
- सरकारी अस्पताल में ICU बेड का विस्तार होगा.
- 9 अस्पतालों में लैब की स्थापना के लिए करोड़ का प्रावधान.
- नवीन चिकित्सा महाविद्यालय कांकेर, कोरबा और महासमुंद के भवन निर्माण के लिए 300 करोड़.
- रिसाली भिलाई में खुलेगा 30 बिस्तर का अस्पताल.