रायपुर: इस समय लॉकडाउन के दौरान बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर, छात्र और दूसरे राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के लोग प्रदेश पहुंच रहे हैं. जिन पर नजर रखना स्वास्थ्य विभाग के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है क्योंकि इससे कोरोना संक्रमण फैलने का ज्यादा खतरा बढ़ गया है.
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बताया कि अनुमान के मुताबिक लाखों की संख्या में लोग प्रदेश पहुंच रहे हैं. इनमें कुछ ट्रेन से कुछ बस से तो कुछ पैदल ही आ रहे हैं, जिनकी संख्या डेढ़ लाख से तीन लाख तक हो सकती है. मीडिया से चर्चा में सिंहदेव ने बताया कि काफी ज्यादा संख्या में लोग पहुंच रहे हैं, जिनका मेडिकल टेस्ट के बाद क्वॉरेंटाइन किया जाएगा, वहीं कुछ लोगों को घरों में भी क्वॉरेंटाइन किया जाएगा.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि टेस्टिंग किट सीमित संख्या में होने के कारण पहले सिर्फ उन लोगों का टेस्ट किया जाएगा, जिनमें किसी भी तरह के लक्षण है. इस जांच के दायरे में वे लोग भी आएंगे जो किसी पुरानी बीमारी से ग्रसित हैं. इसके अलावा डायबिटीज, हार्ट के पेशेंट और बुजुर्गों की भी जांच की जाएगी.
सिंहदेव ने कहा कि ये चिंता का विषय है क्योंकि पूरे देश के अलग-अलग हिस्से से लोग लौट कर वापस आ रहे हैं, जिससे खतरा काफी बढ़ जाएगा क्योंकि कई लोग रेड जोन और कंटेनमेंट जोन से वापस आ रहे हैं. इससे कोरोना संक्रमण फैलने का ज्यादा खतरा बढ़ गया है. लेकिन लोगों का घर वापस आना भी बहुत जरूरी है, जिसके लिए स्वास्थ विभाग की पूरी तैयारी है. सभी प्रवासियों की हिस्ट्री लेकर 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन किया जाएगा.