रायपुर: इस परिवार ने पिछले एक साल से जिस काम का बीड़ा उठाया है. उसे पूरी शिद्दत से निभाया है. रायपुर के बैरन बाजार इलाके में रहने वाले सुरेश गुप्ता और उनके परिवार के सभी सदस्य घर की छत पर इकट्ठा होते हैं और मिल जुलकर रोटियां बनाते हैं. गुप्ता परिवार ये रोटियां स्ट्रीट डॉग्स के लिए बनाता है. दरअसल पिछले साल जब कोरोना के चलते पहली बार लॉकडाउन लगा था तो जरूरतमंद लोगों को तो कई लोग मदद कर रहे थे. लेकिन सबसे बुरा हाल गली मोहल्लों में घूमने वाले कुत्तों पर पड़ा था.
गुप्ता परिवार ने इनकी पीड़ा को महसूस किया. सुरेश गुप्ता की बेटी ओशिमा और उनकी पत्नी शीला ने अपने आसपास के कुत्तों को रोटियां देनी शुरू कर दी. इस परिवार ने रोटी और चावल आसपास के कुत्तों को खिलाना शुरू किया. लेकिन इन्हें एहसास हो गया कि इतने कम खाने से काम नहीं चलने वाला. जिसके बाद परिवार के सभी सदस्यों ने हर रोज कुत्तों के लिए रोटियां बनाने की ठानी. हर रोज वे इसी तरह कुत्तों के लिए खाना बनाते हैं. घर की रसोई में जगह कम पड़ने पर अब रोटियां बनाने का ये काम गुप्ता परिवार छत पर करता है.
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मिक्स फूड किया जाता है तैयार
सुरेश गुप्ता बताते हैं कि जबसे उनके घर में उन्होंने कुत्ता पाला है, तब से उन्हें कुत्तों की अहमियत पता चली है. जिसके बाद वे आस पास के कुत्तों को रोजाना खाना खिलाते हैं. शीला गुप्ता ने बताया कि वे रोजाना कुत्तों के लिए खाना तैयार करती हैं. रोटी से साथ चावल, उसके बाद उसमें दूध, बिस्किट और मिलाकर मिक्स फूड तैयार किया जाता है. कुछ डॉग रोटी खाना पसंद करते हैं तो कुछ चावल. तो कुछ बिस्किट के बिना खाना नहीं खाते. ऐसे में उन्हें इन सभी का ध्यान रखना पड़ता है.
कुत्तों के प्रति गुप्ता परिवार का प्यार
ओशिमा बताती हैं कि वो एक डॉग लवर हैं. उन्हें इस तरह भूखे डॉग्स को रोटियां खिलाना बहुत पसंद है. स्ट्रीट डॉग्स को रोटियां खिलाने के दौरान शीला गुप्ता उन्हें बेटा कह कर पुकारती हैं. उनके प्रति पूरा सम्मान और वात्सल्य का भाव देखकर कोई भी भावुक हो सकता है. वाकई गुप्ता परिवार की इस पहल की जितनी तारीफ की जाए कम है.