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EXCLUSIVE: एक ही ब्रांड के साथ करना पड़ रहा कंप्रोमाइज, शराब पर ETV भारत की ग्राउंड रिपोर्ट

ETV भारत की टीम ने प्रदेश में बिक रहे एक ही शराब को लेकर ग्राउंड रिपोर्ट कर इसकी पड़ताल की जिसमें कई खुलासे सामने आए. जो बेहद ही चौंकाने वाले हैं.

शराब पर ETV भारत की ग्राउंड रिपोर्ट
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Published : Jun 17, 2019, 9:56 AM IST

Updated : Jun 17, 2019, 2:02 PM IST

रायपुर : छत्तीसगढ़ में शराब को लेकर राजनीति तेज हो गई है. शहर की लगभग सभी दुकानों में एक ही ब्रांड की शराब मिल रही है. इसमें सबसे खास बात यह है कि यह शराब छत्तीसगढ़ की कंपनी की ओर से बनाई जा रही है. इस बात की तह तक पहुंचने के लिए ETV भारत की टीम ने खुद शराब दुकान में पहुंचकर इसकी पड़ताल की.

शराब पर ETV भारत की ग्राउंड रिपोर्ट

बता दें कि लंबे समय से ऐसी जानकारी मिल रही थी कि सरकार की ओर से संचालित शराब दुकानों में छत्तीसगढ़ में निर्मित एक विशेष कंपनी की शराब और बियर बेची जा रही है. जानकारी लगने के बाद इस मामले की पड़ताल करने जब टीम राजधानी के शराब दुकानों पर पहुंची, तो चौंकाने वाला नजारा सामने आया. जब संवाददाता की ओर से एक अन्य ब्रांड की बियर की मांग की गई, तो दुकानदार का जवाब आया कि यहां पर सिर्फ एक ही कंपनी की बियर उपलब्ध है. इसके अलावा दूसरी कंपनी की बियर नहीं है. यही जवाब संवाददाता को शहर के विभिन्न शराब दुकानों पर मिली.

शराब को लेकर मिला रटा-रटाया जवाब
हमारे संवाददाता ने रेलवे स्टेशन, पंडरी, खम्हारडीह ओर राज टॉकीज के पीछे स्थित शराब दुकान की भी पड़ताल की तो यहां भी रटा-रटाया जवाब सुनने को मिला. दुकानदार ने कहा कि उनके पास सिर्फ छत्तीसगढ़ की लोकल कंपनी का बियर है और दूसरे ब्रांड की नहीं है. शराब दुकानों पर ETV भारत की पड़ताल खत्म हुई और जिस बात को अफवाह बताया जा रहा था, वह सच साबित हुई.

ब्रांड का शराब बेचने के निर्देश
दुकानदारों द्वारा एक ही ब्रांड की शराब बेचे जाने की वजह जानने की कोशिश की गई, तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया. हालांकि ऑफ द कैमरे में उन्होंने यह जरूर बताया है कि उन्हें ऊपर से जिस ब्रांड का शराब बेचने के निर्देश मिलते हैं, वे उसी ब्रांड को प्रमुखता से बेचते हैं.

एक ही ब्रांड की शराब या बियर
टीम की पड़ताल दुकान पर खत्म हुई, तो शराबप्रेमियों से भी इस विषय पर बात की गई, उन्होंने भी यही कहा कि उन्हें एक ही ब्रांड की शराब या बियर दी जाती है. यदि किसी अन्य ब्रांड की डिमांड की जाए, तो दुकानदार सिर्फ एक ब्रांड का हवाला देकर दरकिनार कर लेते हैं. साथ ही इन दुकानों की पड़ताल के बाद एक और बात सामने आई कि ग्राहकों को MRP से ज्यादा कीमत पर शराब बेची जा रही है.

एक ही ब्रांड को बेचने का बढ़ावा
ये तो रही शराब पर ETV भारत की ग्राउंड रिपोर्ट, लेकिन इस पड़ताल से यह बात सामने आती है कि चाहे राज्य सरकार हो या पक्ष दोनों ही जितनी भी राजनीति कर लें, लेकिन किसी ने भी शराबबंदी पर जोर नहीं दिया बल्कि छत्तीसगढ़ में फल-फूल रहे एक ही ब्रांड को बेचने का बढ़ावा दे रही है. पिछली सरकार की ओर से भी शराब का सरकारी ठेका एक कंपनी को दिया जा रहा था. वहीं कांग्रेस के आने के बाद भी यह सिलसिला चल रहा है. जबकि राज्य सरकार के मंत्री कवासी लखमा ने जल्द ही लोगों को सभी तरह के ब्रांड मिलने का आश्वासन दिया था.

एक कंपनी की शराब विशेष
वहीं इन तमाम मुद्दों पर बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता संदीप शर्मा ने कहा कि विपक्ष में रहते हुए शराबबंदी की मांग करने वाली कांग्रेस आज खुद शराब बिक्री बढ़ाने प्रयास कर रही है. हालांकि एक ही ब्रांड की बिक रही शराब पर वे गोल-मोल जवाब देते दिखे. बता दें कि सत्ता परिवर्तन के लगभग 7 महीने बीत चुके हैं. इसके बावजूद अब तक प्रदेश की विभिन्न शराब दुकानों में आज भी छत्तीसगढ़ की एक कंपनी की शराब विशेष रूप से बेची जा रही है, जिसे रोकने में कांग्रेस सरकार नाकाम रही है. आलम यह है कि उस कंपनी की शराब ज्यादा मात्रा में बिक सके और उसे लाभ मिल सके, इसके लिए दूसरे ब्रांड को भी दुकानदारों द्वारा नहीं बेचने दिया जा रहा है.

जनघोषणा पत्र में भी शराबबंदी का उल्लेख
बता दें कि विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस द्वारा लगातार प्रदेश में शराबबंदी की मांग की गई. इतना ही नहीं उन्होंने अपने जनघोषणा पत्र में भी शराबबंदी का उल्लेख किया था. साथ ही उन्होंने पिछली भाजपा सरकार पर छत्तीसगढ़ की शराब कंपनी को लाभ पहुंचाने उनकी कंपनी का ब्रांड शराब दुकानों में बेचे जाने का भी आरोप लगाया गया था. यहां तक कि यह मुद्दा विधानसभा में भी गूंजा था. बावजूद इसके सत्ता परिवर्तन के लगभग 7 महीने बीत चुके हैं. बावजूद इसके अब तक प्रदेश की विभिन्न शराब दुकानों में आज भी छत्तीसगढ़ की एक कंपनी की शराब विशेष रूप से बेची जा रही है, जिसे रोकने में कांग्रेस सरकार नाकाम रही है. आलम यह है कि उस कंपनी की शराब ज्यादा मात्रा में बिक सके और उसे लाभ मिल सके इसके लिए दूसरे ब्रांड को भी दुकानदारों द्वारा नहीं बेचने दिया जा रहा है.

रायपुर : छत्तीसगढ़ में शराब को लेकर राजनीति तेज हो गई है. शहर की लगभग सभी दुकानों में एक ही ब्रांड की शराब मिल रही है. इसमें सबसे खास बात यह है कि यह शराब छत्तीसगढ़ की कंपनी की ओर से बनाई जा रही है. इस बात की तह तक पहुंचने के लिए ETV भारत की टीम ने खुद शराब दुकान में पहुंचकर इसकी पड़ताल की.

शराब पर ETV भारत की ग्राउंड रिपोर्ट

बता दें कि लंबे समय से ऐसी जानकारी मिल रही थी कि सरकार की ओर से संचालित शराब दुकानों में छत्तीसगढ़ में निर्मित एक विशेष कंपनी की शराब और बियर बेची जा रही है. जानकारी लगने के बाद इस मामले की पड़ताल करने जब टीम राजधानी के शराब दुकानों पर पहुंची, तो चौंकाने वाला नजारा सामने आया. जब संवाददाता की ओर से एक अन्य ब्रांड की बियर की मांग की गई, तो दुकानदार का जवाब आया कि यहां पर सिर्फ एक ही कंपनी की बियर उपलब्ध है. इसके अलावा दूसरी कंपनी की बियर नहीं है. यही जवाब संवाददाता को शहर के विभिन्न शराब दुकानों पर मिली.

शराब को लेकर मिला रटा-रटाया जवाब
हमारे संवाददाता ने रेलवे स्टेशन, पंडरी, खम्हारडीह ओर राज टॉकीज के पीछे स्थित शराब दुकान की भी पड़ताल की तो यहां भी रटा-रटाया जवाब सुनने को मिला. दुकानदार ने कहा कि उनके पास सिर्फ छत्तीसगढ़ की लोकल कंपनी का बियर है और दूसरे ब्रांड की नहीं है. शराब दुकानों पर ETV भारत की पड़ताल खत्म हुई और जिस बात को अफवाह बताया जा रहा था, वह सच साबित हुई.

ब्रांड का शराब बेचने के निर्देश
दुकानदारों द्वारा एक ही ब्रांड की शराब बेचे जाने की वजह जानने की कोशिश की गई, तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया. हालांकि ऑफ द कैमरे में उन्होंने यह जरूर बताया है कि उन्हें ऊपर से जिस ब्रांड का शराब बेचने के निर्देश मिलते हैं, वे उसी ब्रांड को प्रमुखता से बेचते हैं.

एक ही ब्रांड की शराब या बियर
टीम की पड़ताल दुकान पर खत्म हुई, तो शराबप्रेमियों से भी इस विषय पर बात की गई, उन्होंने भी यही कहा कि उन्हें एक ही ब्रांड की शराब या बियर दी जाती है. यदि किसी अन्य ब्रांड की डिमांड की जाए, तो दुकानदार सिर्फ एक ब्रांड का हवाला देकर दरकिनार कर लेते हैं. साथ ही इन दुकानों की पड़ताल के बाद एक और बात सामने आई कि ग्राहकों को MRP से ज्यादा कीमत पर शराब बेची जा रही है.

एक ही ब्रांड को बेचने का बढ़ावा
ये तो रही शराब पर ETV भारत की ग्राउंड रिपोर्ट, लेकिन इस पड़ताल से यह बात सामने आती है कि चाहे राज्य सरकार हो या पक्ष दोनों ही जितनी भी राजनीति कर लें, लेकिन किसी ने भी शराबबंदी पर जोर नहीं दिया बल्कि छत्तीसगढ़ में फल-फूल रहे एक ही ब्रांड को बेचने का बढ़ावा दे रही है. पिछली सरकार की ओर से भी शराब का सरकारी ठेका एक कंपनी को दिया जा रहा था. वहीं कांग्रेस के आने के बाद भी यह सिलसिला चल रहा है. जबकि राज्य सरकार के मंत्री कवासी लखमा ने जल्द ही लोगों को सभी तरह के ब्रांड मिलने का आश्वासन दिया था.

एक कंपनी की शराब विशेष
वहीं इन तमाम मुद्दों पर बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता संदीप शर्मा ने कहा कि विपक्ष में रहते हुए शराबबंदी की मांग करने वाली कांग्रेस आज खुद शराब बिक्री बढ़ाने प्रयास कर रही है. हालांकि एक ही ब्रांड की बिक रही शराब पर वे गोल-मोल जवाब देते दिखे. बता दें कि सत्ता परिवर्तन के लगभग 7 महीने बीत चुके हैं. इसके बावजूद अब तक प्रदेश की विभिन्न शराब दुकानों में आज भी छत्तीसगढ़ की एक कंपनी की शराब विशेष रूप से बेची जा रही है, जिसे रोकने में कांग्रेस सरकार नाकाम रही है. आलम यह है कि उस कंपनी की शराब ज्यादा मात्रा में बिक सके और उसे लाभ मिल सके, इसके लिए दूसरे ब्रांड को भी दुकानदारों द्वारा नहीं बेचने दिया जा रहा है.

जनघोषणा पत्र में भी शराबबंदी का उल्लेख
बता दें कि विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस द्वारा लगातार प्रदेश में शराबबंदी की मांग की गई. इतना ही नहीं उन्होंने अपने जनघोषणा पत्र में भी शराबबंदी का उल्लेख किया था. साथ ही उन्होंने पिछली भाजपा सरकार पर छत्तीसगढ़ की शराब कंपनी को लाभ पहुंचाने उनकी कंपनी का ब्रांड शराब दुकानों में बेचे जाने का भी आरोप लगाया गया था. यहां तक कि यह मुद्दा विधानसभा में भी गूंजा था. बावजूद इसके सत्ता परिवर्तन के लगभग 7 महीने बीत चुके हैं. बावजूद इसके अब तक प्रदेश की विभिन्न शराब दुकानों में आज भी छत्तीसगढ़ की एक कंपनी की शराब विशेष रूप से बेची जा रही है, जिसे रोकने में कांग्रेस सरकार नाकाम रही है. आलम यह है कि उस कंपनी की शराब ज्यादा मात्रा में बिक सके और उसे लाभ मिल सके इसके लिए दूसरे ब्रांड को भी दुकानदारों द्वारा नहीं बेचने दिया जा रहा है.

Intro:रायपुर छत्तीसगढ़ में शराब को लेकर राजनीति तेज हो गई है जिस शराब का पूर्व में विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस के द्वारा विरोध किया जा रहा था अब उसी कंपनी का शराब सत्ता में आने के बाद कांग्रेस सरकार द्वारा पूरे प्रदेश में धड़ल्ले से बेचा जा रहा है आलम यह है कि प्रदेश की ज्यादातर शराब दुकानों में एक कंपनी की शराब छोड़ कर बाकी और कंपनियों के ब्रांड उपलब्ध नहीं है। जिस कंपनी का शराब इन दिनों पूरे प्रदेश में बेचा जा रहा है मैं छत्तीसगढ़ की कंपनी है।

Body:लंबे समय से ऐसी जानकारी मिल रही थी कि सरकार द्वारा संचालित शराब दुकानों में छत्तीसगढ़ में निर्मित एक विशेष कंपनी की शराब और बीयर बेची जा रही है जानकारी लगने के बाद इस मामले की पड़ताल करने ईटीवी के संवाददाता राजधानी स्थित विभिन्न शराब की दुकान पहुंचे ।
P2c एक ही ब्रांड के बेची जा रही है शराब

जहां पर उन्होंने दुकानदार से एक ब्रांडेड कंपनी की बियर की मांग की जिस पर दुकानदार ने साफ कह दिया कि यहां पर सिर्फ एक ही कंपनी की बियर उपलब्ध है इसके अलावा दूसरी कंपनी के बीयर नहीं है यही जवाब संवाददाता को शहर के विभिन्न शराब दुकानों से मिली ।

हमारे संवाददाता द्वारा रेलवे स्टेशन , पंडरी , खम्हारडीह ओर राज टॉकीज के पीछे स्थित शराब दुकान पर दविश दे गई । इन दुकानों पर संवाददाता ने सीधे जाकर दुकानदार से एक विशेष कंपनी की दो बियर की मांग की जिस पर दुकानदार ने कहा कि उनके पास सिर्फ छत्तीसगढ़ की लोकल कंपनी का बीयर है और दूसरे ब्रांड की नहीं है ।
शराब दुकान मैं बीयर मांगने के विजुअल

संवाददाता ने जब ग्राहकों से बाहर कि उन्होंने भी कहा कि उन्हें एक ही ब्रांड की शराब या बीयर दी जाती है अन्य फंड उपलब्ध ना होने के बाद दुकानदार द्वारा की जाती है
वोक्सपोप ग्राहक

वहीं जब एक ही ब्रांड की शराब दुकानदारों द्वारा बेचे जाने को लेकर दुकानदारों से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया हालांकि आप द कैमरा उन्होंने यह जरूर बताया है कि उन्हें ऊपर से जिस ब्रांड का शराब बेचने के निर्देश मिलते हैं उसे उनके द्वारा प्रमुखता से बेचा जाता है

इन दुकानों की पताल के बाद एक और बात सामने आई कि ज्यादातर दुकानों में दुकानदार शराब के दाम मनमाफिक वसूल रहे हैं इन दुकानदारों द्वारा एमआरपी से ज्यादा रेट पर ग्राहकों को शराब बेची जा रही थी
P2c ज्यादा दाम पर बिक रही शराब

जब हमारे संवाददाता ने शराब खरीदने पहुंचे ग्राहकों से बात की तो उन्होंने कहा कि उनके द्वारा लिए जाने वाले ब्रांडों में दुकानदार द्वारा एमआरपी से ज्यादा नाम लिए जा रहे हैं।
121 ज्यादा दाम पर बिक रही शराब

वहीं विपक्ष है प्रदेश में शराबबंदी की मांग को लेकर लगातार कांग्रेस सरकार पर हल्ला बोलता रहा है बीजेपी का तो सीधे तौर पर कांग्रेस पर आरोप है कि पहले तो कांग्रेस शराबबंदी की बात करती थी लेकिन अब शराब बिक्री बढ़ाने के लिए शराब दुकान खोलने का समय बढ़ा दिया गया है इस तरह से कैसे सरकार शराबबंदी करेगी। बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता संदीप शर्मा ने कहा विपक्ष में रहते हुए शराब बंदी की मांग करने वाली कांग्रेस आज खुद शराब बिक्री बढ़ाने प्रयास कर रही है । हालांकि एक ही ब्रांड की बिक रही शराब पर वे गोल मोल जवाब देते दिखो। ओर गोल मोल जवाब दे भी क्यो ना। क्योकि उनकी सरकार जब थी तब भी इसी एक कंपनी की शराब पूरे प्रदेश में बेचीं जा रही थी । ओर शराब दुकान में अन्य कंपनियों के ब्रांड मौजूद नही थे । जो प्रक्रिया अब सत्ता परिवर्तन के बाद भीं जारी है
बाइट संदीप शर्मा प्रदेश प्रवक्ता भाजपा

वही आबकारी मंत्री कावासी लखमा की माने तो उन्होंने आश्वासन दिया था कि कुछ दिनों में ही प्रदेश की सभी शराब दुकानों में अन्य कंपनी के शराब और बीयर उपलब्ध हो जाएगी साथ ही उन्होंने यह भी तर्क दिया था कि नोटबंदी की तर्ज पर शराबबंदी नहीं की जाएगी क्योंकि वे नहीं चाहते कि अचानक शराब बंद किए जाने लोगों को परेशानी उठानी पड़े
बाइट कवासी लखमा आबकारी मंत्री

Conclusion:बता दें कि विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस के द्वारा लगातार प्रदेश में शराबबंदी की मांग की गई इतना ही नहीं उन्होंने अपने जन घोषणा पत्र में भी शराब बंदी का उल्लेख किया था साथ ही उन्होंने पिछली भाजपा सरकार पर एक विशेष छत्तीसगढ़ की शराब कंपनी को लाभ पहुंचाने उनकी कंपनी का ब्रांड शराब दुकानों में बेचे जाने का भी आरोप लगाया था यहां तक कि यह मुद्दा विधानसभा में भी गूंजा था बावजूद इसके सत्ता परिवर्तन के लगभग 7 महीने बीत चुके हैं बावजूद इसके अब तक प्रदेश की विभिन्न शराब दुकानों में आज भी छत्तीसगढ़ की एक कंपनी की शराब विशेष रूप से बेची जा रही है जिसे रोकने में कांग्रेस सरकार नाकाम रही है आलम यह है कि उस कंपनी की शराब ज्यादा मात्रा में बिक सके और उसे लाभ मिल सके इसके लिए दूसरे ब्रांड को भी दुकानदारों द्वारा नहीं बेचने दिया जा रहा है।

नोट:-

1. ख़बर एक ही स्लॉग से दो बार भेजी गई है। क्योंकि विजुवल बाइट की संख्या ज्यादा थी।

2. "शराबियों के लिए खुशखबरी" नाम से कवासी लखमा की बाइट 8 जून को एफटीपी किया गया है उसे लगाना है
Last Updated : Jun 17, 2019, 2:02 PM IST
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