ETV Bharat / state

राज्यपाल ने कुलपतियों के साथ की वर्चुअल बैठक - Governor holds virtual meeting related to Corona of Vice Chancellors

राज्यपाल अनुसुइया उइके ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ वर्चुअल बैठक की. बैठक के दौरान उन्होंने वायरोलॉजिकल इंस्टीट्यूट स्थापित करने के सुझाव और कुछ विश्वविद्यालयों को कोविड सेंटर बनाने की पहल की भी सराहना की. राज्यपाल अनुसुइया उइके ने कोरोना आपदा से जूझ रहे विद्यार्थियों के परिवारों का सहयोग कर उनकी पढ़ाई जारी रखने के निर्देश दिए.

governo Anusuiya Uikey
राज्यपाल अनुसुइया उइके
author img

By

Published : May 12, 2021, 11:02 AM IST

रायपुर: कोरोना महामारी के बीच संक्रमण से बचाव और जागरूकता के लिए राज्यपाल अनुसुइया उइके ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की वर्चुअल बैठक ली. जहां उन्होंने विश्वविद्यालयों में अधिक से अधिक शोध करने को कहा. उन्होंने कहा कि इससे हमें अच्छी तकनीक, दवाईयों और तरीकों का पता चलेगा, जिससे हम कोरोना को हरा सकते हैं. इस बैठक में सभी शासकीय एवं निजी विश्वविद्यालयों के कुलपति उपस्थित थे.

राज्यपाल अनुसुइया उइके

विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने दिए सुझाव

बैठक के दौरान अनुसुइया उइके ने कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति एस के पाटिल की प्रदेश में वायरोलॉजिकल इंस्टीट्यूट स्थापित करने के सुझाव की सराहना करते हुए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया, साथ ही उन्होंने कुछ विश्वविद्यालयों को कोविड सेंटर बनाने की पहल की भी सराहना की और अन्य विश्वविद्यालयों को भी ऐसा कदम उठाए जाने का सुझाव दिया.

'कोरोना के मुश्किल दौर से गुजर रहे, पैरेंट्स खो चुके बच्चे RTE में शामिल किए जाएं'

बैठक में पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति बलदेव शर्मा ने छत्तीसगढ़ी भाषा में स्लोगन और पोस्टर बनाकर सामुदायिक रेडियो के जरिए आम लोगों को जागरूक करने की जानकारी दी. सभी कुलपतियों ने कोरोना से बचाव से संबंधित सुझाव और शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी दी .

राज्यपाल के सचिव अमृत खलको ने कहा कि निजी विश्वविद्यालय अपने सीएसआर गतिविधियों के माध्यम से मदद करें और कोरोना संकट में लोगों की सेवा करें. उन्होंने कहा कि वे अधिक से अधिक रिसर्च करें. अगर विश्वविद्यालय कोरोना के संबंध में कोई अच्छी शोध करते हैं, तो राजभवन को इसकी जानकारी दें.

कोरोना आपदा से जूझ रहे विद्यार्थियों के परिवारों का करें सहयोग

राज्यपाल अनुसुईया उइके ने विश्वविद्यालय में ऐसे विद्यार्थियों का सर्वे करने के निर्देश दिये, जिनके परिजनों का निधन हो गया है या वे किसी प्रकार से गंभीर रूप से प्रभावित हुए हों. उन्होंने कहा कि ऐसे छात्रों को सूचीबद्ध कर उनकी शिक्षा निरंतर जारी रहे, इस दिशा में उनकी मदद करें और अगर शासन या राज्य स्तर पर पहल करने की आवश्यकता हो तो मुझे सूचित करें.

राज्यपाल अनुसुइया उइके ने कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाई

राज्यपाल ने कहा कि यह बैठक सार्थक रही. सभी कुलपतियों ने अच्छे सुझाव दिए. मैंने केंद्र सरकार से सभी विश्वविद्यालयों में टीकाकरण केंद्र बनाने का आग्रह किया है, ताकि छात्रों का वैक्सीनेशन हो सके. वर्तमान में 18 वर्ष से ऊपर के युवा का टीकाकरण किया जा रहा है. विश्वविद्यालय में 18 वर्ष से ऊपर के युवा पढ़ते हैं, इसलिए इस कदम से टीकाकरण के अभियान में तेजी आएगी.

कोरोना से बचाव को लेकर करें पहल

राज्यपाल ने कहा कि सभी विश्वविद्यालय अपने कॉलेज के माध्यम से छात्रों के साथ वर्चुअल बैठक करें, जिसमें विशेषज्ञ डॉक्टरों को शामिल करें. इसके माध्यम से छात्रों को कोरोना संक्रमण से बचाव और शुरुआत में ली जाने वाली आवश्यक दवाईयों और अन्य कदमों की जानकारी दें. उन छात्रों के माध्यम से मोहल्ले और आसपास के लोगों को जागरूक करने को कहें. इससे युवा और आम जनता भ्रामक जानकारी से बचेंगे और सही समय पर कोरोना संक्रमण का परीक्षण कराकर इलाज करा पाएंगे.

ग्रामीणों को जागरूक करने में हो फोकस

राज्यपाल ने कहा कि अधिकतम विश्वविद्यालय ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित हैं. उन्होंने सुझाव दिया कि इस समय गांव में कोरोना का प्रसार हो रहा है, जो भयावह है. ऐसे में सामुदायिक रेडियो और पोस्टर के माध्यम से ग्रामीणों को जागरूक करें.

रायपुर: कोरोना महामारी के बीच संक्रमण से बचाव और जागरूकता के लिए राज्यपाल अनुसुइया उइके ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की वर्चुअल बैठक ली. जहां उन्होंने विश्वविद्यालयों में अधिक से अधिक शोध करने को कहा. उन्होंने कहा कि इससे हमें अच्छी तकनीक, दवाईयों और तरीकों का पता चलेगा, जिससे हम कोरोना को हरा सकते हैं. इस बैठक में सभी शासकीय एवं निजी विश्वविद्यालयों के कुलपति उपस्थित थे.

राज्यपाल अनुसुइया उइके

विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने दिए सुझाव

बैठक के दौरान अनुसुइया उइके ने कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति एस के पाटिल की प्रदेश में वायरोलॉजिकल इंस्टीट्यूट स्थापित करने के सुझाव की सराहना करते हुए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया, साथ ही उन्होंने कुछ विश्वविद्यालयों को कोविड सेंटर बनाने की पहल की भी सराहना की और अन्य विश्वविद्यालयों को भी ऐसा कदम उठाए जाने का सुझाव दिया.

'कोरोना के मुश्किल दौर से गुजर रहे, पैरेंट्स खो चुके बच्चे RTE में शामिल किए जाएं'

बैठक में पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति बलदेव शर्मा ने छत्तीसगढ़ी भाषा में स्लोगन और पोस्टर बनाकर सामुदायिक रेडियो के जरिए आम लोगों को जागरूक करने की जानकारी दी. सभी कुलपतियों ने कोरोना से बचाव से संबंधित सुझाव और शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी दी .

राज्यपाल के सचिव अमृत खलको ने कहा कि निजी विश्वविद्यालय अपने सीएसआर गतिविधियों के माध्यम से मदद करें और कोरोना संकट में लोगों की सेवा करें. उन्होंने कहा कि वे अधिक से अधिक रिसर्च करें. अगर विश्वविद्यालय कोरोना के संबंध में कोई अच्छी शोध करते हैं, तो राजभवन को इसकी जानकारी दें.

कोरोना आपदा से जूझ रहे विद्यार्थियों के परिवारों का करें सहयोग

राज्यपाल अनुसुईया उइके ने विश्वविद्यालय में ऐसे विद्यार्थियों का सर्वे करने के निर्देश दिये, जिनके परिजनों का निधन हो गया है या वे किसी प्रकार से गंभीर रूप से प्रभावित हुए हों. उन्होंने कहा कि ऐसे छात्रों को सूचीबद्ध कर उनकी शिक्षा निरंतर जारी रहे, इस दिशा में उनकी मदद करें और अगर शासन या राज्य स्तर पर पहल करने की आवश्यकता हो तो मुझे सूचित करें.

राज्यपाल अनुसुइया उइके ने कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाई

राज्यपाल ने कहा कि यह बैठक सार्थक रही. सभी कुलपतियों ने अच्छे सुझाव दिए. मैंने केंद्र सरकार से सभी विश्वविद्यालयों में टीकाकरण केंद्र बनाने का आग्रह किया है, ताकि छात्रों का वैक्सीनेशन हो सके. वर्तमान में 18 वर्ष से ऊपर के युवा का टीकाकरण किया जा रहा है. विश्वविद्यालय में 18 वर्ष से ऊपर के युवा पढ़ते हैं, इसलिए इस कदम से टीकाकरण के अभियान में तेजी आएगी.

कोरोना से बचाव को लेकर करें पहल

राज्यपाल ने कहा कि सभी विश्वविद्यालय अपने कॉलेज के माध्यम से छात्रों के साथ वर्चुअल बैठक करें, जिसमें विशेषज्ञ डॉक्टरों को शामिल करें. इसके माध्यम से छात्रों को कोरोना संक्रमण से बचाव और शुरुआत में ली जाने वाली आवश्यक दवाईयों और अन्य कदमों की जानकारी दें. उन छात्रों के माध्यम से मोहल्ले और आसपास के लोगों को जागरूक करने को कहें. इससे युवा और आम जनता भ्रामक जानकारी से बचेंगे और सही समय पर कोरोना संक्रमण का परीक्षण कराकर इलाज करा पाएंगे.

ग्रामीणों को जागरूक करने में हो फोकस

राज्यपाल ने कहा कि अधिकतम विश्वविद्यालय ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित हैं. उन्होंने सुझाव दिया कि इस समय गांव में कोरोना का प्रसार हो रहा है, जो भयावह है. ऐसे में सामुदायिक रेडियो और पोस्टर के माध्यम से ग्रामीणों को जागरूक करें.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.