रायपुर: शराब को लेकर प्रदेश की राजनीति लगातार गरमाती जा रही है. विपक्ष सरकार को घेरने में लगा हुआ है, तो वहीं दूसरी तरफ आम जनता भी सरकार के इस निर्णय से नाखुश नजर आ रही है. प्रदेश की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने भी शराब को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखा है. उन्होंने सीएम बघेल को पत्र लिखकर शराब के कारण लगातार बढ़ रहे क्राइम को लेकर नीतिगत निर्णय लेने की सलाह दी है.
राज्यपाल के द्वारा लिखे गए इस पत्र के बाद एक बार फिर विपक्ष सरकार के खिलाफ हमलावर हो गया है. लॉकडाउन के दौरान खोली गई शराब दुकान को लेकर विपक्ष ने राज्य सरकार से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि लॉकडाउन में जब से शराब दुकानें खोली गई हैं, तब से सड़क हादसे और अपराध की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. अब तो राज्यपाल ने भी इस पर चिंता जाहिर की है. ऐसे में शासन का यह दायित्व बनता है कि इस पर ईमानदारी से विचार करे और जनता के हित में काम करे, ताकि लोगों की जान नहीं जाए.
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'सभी राज्य के लिए एक नियम'
राज्यपाल द्वारा राज्य सरकार को लिखे गए पत्र पर खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि भारत सरकार ने पूरे हिंदुस्तान के लिए ये निर्देश जारी किए हैं, ऐसे में छत्तीसगढ़ में अलग और अन्य राज्यों के लिए अलग नियम लगेगा, ऐसा नहीं हो सकता है.
बता दें कि प्रदेश में शराबबंदी की मांग को लेकर लगातार विपक्ष सरकार को घेरता रहा है, लेकिन अब राज्यपाल ने भी लॉकडाउन के दौरान शराब दुकान खोलने को लेकर टिप्पणी की है. उन्होंने शराब पीने के बाद हो रही दुर्घटनाओं और अपराधों पर चिंता जाहिर की है. अब देखने वाली बात है कि राज्य सरकार राज्यपाल के इस पत्र पर क्या निर्णय लेती है.