रायपुर: उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कोरोना के बढ़ते प्रसार और उसके नियंत्रण को लेकर राज्यपालों की बैठक ली. बैठक में गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे. छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ीं. राज्यपाल ने छत्तीसगढ़ के लिए ऑक्सीजन बेड, रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ-साथ अर्धसैनिक बलों के पैरामेडिकल स्टाफ की मांग की है.
राज्यपाल ने हेल्थ सुविधाओं के लिए किया आग्रह
बैठक में राज्यपाल अनुसुइया उइके ने केंद्र सरकार से छत्तीसगढ़ में ऑक्सीजन बेड, वेंटिलेटर, रेमडेसिविर इंजेक्शन, एंबुलेंस की आवश्यकतानुसार पर्याप्त संख्या में आपूर्ति करने का अनुरोध किया. राज्यपाल उइके ने कहा कि इस समय मानव जीवन बचाना सबसे प्राथमिक आवश्यकता है. उन्होंने पीएम मोदी से अनुरोध किया है कि गरीबों के इलाज के लिए विशेष फंड के माध्यम से मदद की जाए. साथ ही तमाम साधन मुहैया कराए जाएं, जिससे छत्तीसगढ़ की जनता को कोरोना संक्रमण से राहत दिलाई जा सके और उनकी जान बचाई जा सके.
राज्यपाल ने छत्तीसगढ़ के हालात की दी जानकारी
राज्यपाल अनुसुइया उइके ने कहा कि छत्तीसगढ़ में अभी स्थिति गंभीर है. पिछले कुछ समय में मौतों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है. पर्याप्त संख्या में लैब न होने के कारण RT-PCR रिपोर्ट में मिलने में देरी हो रही है. जिससे इलाज भी देर से हो रहा है. छत्तीसगढ़ में पर्याप्त संख्या में टेस्टिंग लैब की व्यवस्था की जाए, जिससे जल्द रिपोर्ट मिल सके. राज्यपाल ने सुझाव दिया कि प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर स्थापित छोटे छोटे निजी चिकित्सालयों में ऑक्सीयुक्त बेड की सुविधा है. उन्हें चिन्हित कर किसी योजना में जोड़कर फंडिंग की जाए, जिससे ऑक्सीजनयुक्त बेड की संख्या बढ़ जाएगी. पूर्व के संविदा पैरामेडिकल स्टाफ की पुनः भर्ती कर सेवाएं ली जाएं. साथ ही अर्धसैनिक बलों के कुशल पैरामेडिकल स्टाफ की सुविधा मुहैया कराई जाए, जिससे उनके माध्यम से यहां के मरीजों का इलाज में मदद मिले.
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पीएम मोदी से जनता के लिए संदेश का आग्रह
राज्यपाल ने पीएम नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि कोरोना संक्रमण के प्रथम चरण में प्रधानमंत्री ने जो देश की जनता के नाम संदेश दिया गया था, उससे जनता में उत्साह का वातावरण निर्मित हुआ था. उसी प्रकार पुनः जनता के नाम संदेश दिया जाए, जिससे प्रदेश की जनता को कोरोना संक्रमण से लड़ने की ऊर्जा मिले और मार्गदर्शन मिले. साथ ही केंद्र सरकार की ओर से समय-समय पर कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए गाइडलाइन जारी किया गया है, उसे प्रभावी ढंग से लागू कराया जाए.