रायपुर: पूरे देश में लॉक डाउन की अवधि में आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं में कोई कमी न आए इसके लिए भारतीय रेल में मालगाड़ियां चलाई जा रही हैं. रायपुर रेल मंडल के विद्युत परिचालन विभाग का प्रमुख कार्य मंडल में रेल परिचालन के लिए चालकदल (लोको पायलेट एवं सहायक लोको पायलेट) उपलब्ध कराना है.
लोको पायलट के लिए ऐसा वातावरण उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि उन्हें काम करने के दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाया जा सके. वर्तमान में 1 हजार 493 चलकर्मी हैं, जिनमें से 22 महिला चलकर्मियों को छोड़कर बाकी सभी रेल परिचालन के काम के लिए रखा गया है. जो चलकर्मी ट्रेन परिचालन कार्य में नियुक्ति की जा रही है. उनके के लिए ये व्यवस्थांए की गई हैं.
- हर चलकर्मी को सेनेटाइजर और मास्क उपयोग के लिए उपलब्ध कराए गए हैं.
- चालकदल लॉबी, जहां पर चलकर्मी ड्यूटी शुरू और खत्म करते हैं और इससे संबंद्ध विश्राम कक्ष जहां चलकर्मी साइन ऑन करने के उपरांत गाड़ी कार्य करने के लिए इंतजार रहते हैं. इन दोनों जगहों को नियमित रूप से सैनिटाइज किया जा रहा है.
- रायपुर मंडल के आधीन सभी रनिंग रूम और रेस्ट रूम जिनमें अन्य लॉबियों के चालक दल कार्य खत्म के बाद विश्राम करते हैं, उन्हें भी नियमित रूप से सैनिटाइज किया जा रहा है.
- रेलकर्मियों के मध्य दूरी बनाए रखते हुए कार्य निषपादन सुनिश्चित किया जा रहा है.
- सभी इकाइयों में कोरोना वायरस से बचाव संबंधी उपाय पोस्टरों के जरिए से प्रसारित किए गए हैं और इनके अतिरिक्त चलकर्मियों को इन उपायों के विषय में निरंतर काउंसिल किया जा रहा है.
- अन्य कर्मियों को घर से कार्य करने और कार्यालय में आधे कर्मियों की उपलब्धता रखते हुए काम करने को कहा गया है.