रायपुर: धनतेरस और दिवाली के दौरान लोग शगुन के तौर पर जेवरात और सोने के सिक्कों की खरीदी करते हैं. छत्तीसगढ़ सर्राफा बाजार में सोने और चांदी के जेवरातों की मांग त्योहारों के दौरान काफी बढ़ जाती है. पैसे वाला हो या फिर आम आदमी दोनों अपनी अपनी जेब के हिसाब से शगुन का सोना या फिर चांदी जरूर खरीदता है. धनतेरस और दिवाली पर लोगों ने जमकर सोने चांदी की खरीदारी की. साल का यही एक मौका होता है जब इन दोनों धातुओं की मांग बढ़ जाती है और कीमतें चढ़ जाती है. दिवाली और धनतेरस पर सोने और चांदी के जेवरात सबसे ज्यादा रायपुर, बिलासपुर, जगदलपुर में खरीदे गए.
फीकी हुई चमक: दिवाली के बाद अब त्योहारों का मौसम खत्म हो चुका है. आसमान पर रहने वाला सोना और चांदी दोनों की चमक अब धीरे धीरे फीकी पड़ने लगी है. कीमतों का ये असर मकर संक्रांति तक जारी रहेगा. फिर जैसे ही शादी विवाह का लग्न मुहूर्त शुरु होगा फिर से सोने चांदी के बाजार में थोड़ी तेजी आती है. सोने और चांदी के कारोबार करने वाले छोटे और बड़े दुकानदारों का कहना है कि इन दो त्योहारों के दौरान ही लोग सबसे ज्यादा खरीददारी करते हैं. इसी की बिक्री से जो मुनाफा दुकानदारों को होता है उससे उनके साल भर का खर्च चलता है.
जमकर हुई बड़े शहरों में खरीददारी: सोने-चांदी के बाजार में पिछले दो सालों से कीमतों में उतार चढ़ाव को देखा जा रहा है. इस धनतरेस और दिवाली पर जो बाजार रहा उसमें कीमतों में कोई खास अंतर खासकर सोने के बाजार में नहीं आया. करीब 10 महीने पहले जो सोना 62 हजार के ऊपर था वो धीरे धीरे गिरकर 60 हजार के आस पास पहुंच गया. खरीददारों को ये उम्मीद थी कि कीमतें बढ़ेगी पर कीमतें स्थिर रही जिससे लोगों ने इस बार जमकर धनतेरस और दिवाली पर खरीददारी की.