रायपुरः छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर (raipur)में आज से बप्पा यानी कि गणपति का विसर्जन (ganpati visharjan)शुरू हो चुका है, जो तीन दिनों तक चलेगा. विसर्जन को लेकर नगर निगम ने महादेव घाट(mahadev ghat) में बने विसर्जन कुंड (immersion pool)पर मूर्तियां विसर्जित करने लेकर कई तरह की तैयारियां की है. इसके साथ ही विसर्जन के दौरान कोरोना गाइडलाइन (corona guideline) का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है. इसके आलावा रायपुर की जीवनदायिनी खारुन नदी (Jivandayini Kharun river)प्रदूषित (polluted) ना हो, इसे ध्यान में रखते हुए नगर निगम द्वारा विसर्जन कुंड की स्थापना की गई थी.
बताया जा रहा है कि पिछले 2 सालों से मूर्तियों का विसर्जन इसी कुंड में किया जा रहा है. इस बार भी महामारी को ध्यान में रखते हुए विसर्जन के लिए गाइडलाइन तैयार की गई है. जिसके तहत गणपति का विसर्जन किया जा रहा है.
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नम आंखों से श्रद्धालुओं ने दी बप्पा को विदाई
गणपति विसर्जन को लेकर महादेव घाट विसर्जन कुंड में लोगों का उत्साह देखते बन रहा है. साथ ही विसर्जन के दौरान कुछ लोगों की आंखें नम हो गई. विसर्जन के वक्त श्रद्धालुओं ने अगले बरस तू जल्दी आ के नारे भी जमकर नारे लगाए. वहीं, ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान श्रद्धालुओं ने बताया कि 10 दिनों तक बप्पा घर में विराजमान थे लेकिन आज विसर्जन करने की इच्छा नही रही है. हर साल गणपति आते हैं तो घर में रौनक रहती है, लेकिन जाते समय घर सूना हो जाता है. हम अगले वर्ष का इंतजार कर रहे हैं ताकि फिर से बप्पा का आगमन हो.
30 गोताखोरों की ड्यूटी लगाई गई
मूर्ति विसर्जन के लिए नगर निगम ने 30 गोताखोरों की ड्यूटी लगाई है. इसके अलावा प्रतिमाओं का विसर्जन क्रेन के माध्यम से भी किया जा रहा है. छोटी मूर्तियों का विसर्जन गोताखोरों द्वारा किया जा रहा है. तो वहीं, बड़ी मूर्तियों का विसर्जन क्रेन के माध्यम से हो रहा है. बताया जा रहा है कि बड़ी मूर्तियों के विसर्जन के लिए सात क्रेन लगाई गई है. विसर्जन को लेकर पुलिस जवानों की तैनाती चौक चौराहों में की गई है. पुलिस के 300 से अधिक जवान चौक चौराहों पर लगाए गए हैं. इसके साथ ही विसर्जन कुंड के आसपास तकरीबन 100 जवानों की ड्यूटी लगाई गई है.
तालाबों के पास भी अस्थाई कुंड
इसके साथ ही शहर के तालाबों में मूर्ति विसर्जन ना हो इसे ध्यान में रखते हुए नगर निगम द्वारा शहर के तालाबों के पास अस्थाई विर्सजन कुंड बनाए हैं. जहां लोग अस्थाई कुंड पर भी पहुंचकर मूर्ति विसर्जन कर रहे हैं. नगर निगम द्वारा सख्त निर्देश जारी किया गया ताकि तालाब प्रदूषित ना हो और पूजन सामग्रियों को तालाब में फेंकने की भी सख्त मनाही है. नगर निगम ने पूजन सामग्रियों को भी विसर्जित करने के लिए अलग से व्यवस्था कर रखी है.
2 दिनों तक जारी रहेगा गणपति विसर्जन
बताया जा रहा है कि राजधानी में आज से विसर्जन शुरू हो चुका है, जो कि आगामी दो दिनों तक जारी रहेगा. ऐसे में जिला प्रशासन की ओर से कई गाइडलाइन जारी किये गये हैं. महामारी को देखते हुए विसर्जन में किसी भी प्रकार के भोज मंडारा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन की मनाही है.डीजे बजाने की अनुमति जिला प्रशासन द्वारा जारी आदेश पर ही मिलेगा.मूर्ति स्थापना एवं विसर्जन के दौरान प्रसाद चरणामृत या कोई भी खाद्य पदार्थ वितरण की अनुमति नहीं होगी.मूर्ति विसर्जन वाले वाहन में किसी भी प्रकार की अतिरिक्त साज-सज्जा झांकी की अनुमति नहीं होगी.विसर्जन के लिए एक से अधिक वाहन की अनुमति नहीं होगी. मूर्ति विसर्जन के लिए पिकअप टाटा एस से बड़े वाहन का उपयोग प्रतिबंधित होगा.
वाहनों का रुट निर्धारित
इसके साथ ही विसर्जन के लिए नगर निगम द्वारा निर्धारित रूट मार्ग बनाए गए हैं. इसमें शहर के व्यस्ततम मार्गों से मूर्ति विसर्जन वाहन को ले जाने की अनुमति नहीं होगी. सामान्य रूप से सभी वाहन रिंग रोड के माध्यम से ही निकलेंगे. सूर्यास्त के बाद और सूर्योदय से पहले मूर्ति विसर्जन के किसी भी प्रक्रिया की अनुमति नहीं दी गई है.