रायपुर: प्रदेश में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. कोरोना संक्रमण का असर त्योहारों पर भी साफ दिखाई दे रहा है. गणेश चतुर्थी के अवसर पर प्रशासन ने इस बार 29 बिंदुओं वाली गाइडलाइन जारी की थी. कोरोना संकट के मद्देनजर जारी किए गए नियम को देखते हुए बड़े पंडाल नहीं बनाए गए. सार्वजनिक जगहों पर बहुत ही कम संख्या में गणेश मूर्ति स्थापित की गई थी. ज्यादातर लोगों ने घरों पर ही गणपति की स्थापना की थी.
साधारण ढंग से मनाया गया इस साल का गणेश उत्सव
समिति के सदस्यों का मानना है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने जिन बिंदुओं का उल्लेख किया था. उनके हिसाब से बड़े रूप में गणेशोत्सव पर्व का आयोजन कर पाना काफी मुश्किल था, लेकिन एक परंपरा जो वर्षों से चली आ रही है. उसको बरकरार रखने के लिए बेहद ही साधारण ढंग से इस बार विघ्नहर्ता भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित की गई.
गणेश विसर्जन के लिए अलग से व्यवस्था
शहर में सोमवार से ही गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन का दौर चालू हो गया. पुलिस प्रशासन ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रतिमा विसर्जन करने के लिए रायपुर के खारुन नदी के तट पर स्थिति महादेव घाट में अलग से व्यवस्था की है, जिससे की भीड़ एकत्रित न हो और गणेश जी की प्रतिमा बिना किसी परेशानी के विसर्जित की जा सके.
कोरोना वायरस के लिए किया जा रहा जागरूक
पुलिस प्रशासन लगातार माइक के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रही है और मास्क की अनिवार्यता के बारे में बता रही है. बिना मास्क विर्सजन स्थल पर जाने पर लोगों को रोका जा रहा है और उन्हें मास्क पहनने की हिदायत दी जा रही है.
शांतिपूर्ण ढंग से विसर्जित की जा रही प्रतिमा
विसर्जन के संबंध में ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी ने बताया कि अभी तक करीब 2 हजार से भी ज्यादा गणेश भगवान की प्रतिमा विसर्जन किया जा चुका है. इस बार कोरोना संक्रमण के चलते ज्यादातर लोगों ने घर पर ही भगवान गणेश की प्रतिमाएं स्थापित की थी. इसलिए बिना झांकी के शांतिपूर्ण ढंग से प्रतिमा विसर्जित की गई.