रायपुर: कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया है. यूरोप के उन देशों में हालात ज्यादा खराब हैं, जो अपनी सुविधाओं और विकास के लिए जाने जाते हैं. इन्हीं में से एक नाम ब्रिटेन का है. जहां लगभग 9000 भारतीय फंसे हुए हैं. इनमें से ज्यादातर छात्र हैं, जो कि वहां अपनी पढ़ाई के साथ ही पार्ट टाइम जॉब भी करते हैं. लेकिन लॉकडाउन के चलते इनकी नौकरी चली गई है और अब इनके सामने आर्थिक संकट मंडरा रहा है, हालात ऐसे हो गए है कि कई लोगों के लिए दो टाइम का भोजन भी जुटा पाना मुश्किल हो रहा है.
विदेश में भारतीय एकता की मिसाल
ऐसे में इन लोगों की मदद के लिए कुछ लोग सामने आए हैं. ब्रिटेन में रह रहे कुछ भारतीय इस मुश्किल दौर में इन छात्रों की मदद कर रहे हैं, इनके अलावा वहां के स्थानीय लोगों ने भी इस बुरे वक्त में काफी दरियादिली दिखाई है. ये लोग इन्हें भोजन और राशन के अलावा तमाम जरूरी सामान उपलब्ध करा रहे हैं. इन्सपायरिंग इंडिया वूमेन नाम की संस्था इन लोगों की मदद कर रही है. इसके साथ ही भारत का उच्चायोग भी इनकी मदद कर रहा है.
इस तरह पहुंचा रहे मदद
इन्सपायरिंग इंडिया वूमेन की डायरेक्टर रश्मि और फ्रेंडस ऑफ इंडिया सोसायटी इंटरनेशनल यानी FISI की सदस्य श्वेता ने बताया कि 'उनकी संस्था में 40 लोग हैं, जो सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक काम करते हैं'. अब तक इस संस्था ने 4 हजार से ज्यादा कॉल्स और ईमेल के माध्यम से लोगों तक मदद पहुंचाई है, जिसमें खाने-पीने का सामान, दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं.
छात्रों के फोन रीचार्ज करा रहे लोग
400 से 500 लोगों को रहने की भी व्यवस्था की गई है और करीब 4 हजार से ज्यादा मील्स के पैकेट वहां रह रहे जरूरतमंदों को बांटे गए हैं. इस ग्रुप के सदस्य छात्रों के फोन भी रिचार्ज करा रहे हैं, ताकि वे इंडिया में रह रहे अपने परिजनों से बात कर सकें. इसके साथ ही इस मुश्किल घड़ी में उनकी काउंसलिंग भी की जा रही है.