रायपुर: धरसीवां के खैरकुट में लॉकडाउन के दौरान कई मजदूरों से लाखों रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है. हरिवंश पांडेय नाम के एक युवक ने खुद को वालफोर्ट ग्रुप का डायरेक्टर बताकर ग्रामीणों से मजदूरी कराकर उनकी मजदूरी हड़प ली. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत कलेक्टर और SSP से की है और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
ग्रामीणों का आरोप है कि लॉकडाउन के दौरान हरिवंश पांडेय ने उच्च अधिकारियों से पहचान होने का हवाला देकर उनसे मजदूरी करवाई थी, लेकिन अब रुपए देने से मना कर रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि ठेकेदार से रुपए की मांग करने पर उन्हें गालियां दी जाती है. इस संबंध में मजदूरों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर कार्रवाई की मांग की है.
10 से 15 लाख रुपए का करना है भुगतान
कचना विधानसभा स्थित वालफोर्ट सिटी में 24 जून 2020 से मजदूरों ने काम करना शुरू किया था. हरिवंश पांडेय ने मजदूरों को दो बार सप्ताहिक भुगतान किया था. जिसमें खर्च के लिए 14 हजार और 12 हजार 500 का भुगतान कर दिया था. उसके बाद मजदूरों को रुपए देना बंद कर दिया. मजदूरों ने बताया कि हरिवंश पांडेय को घेरा तो वहां उसने 20 हजार नकद और 50 हजार रुपए का एचडीएफसी बैंक का चेक दिया, लेकिन चेक बाद में बाउंस हो गया. लंबे समय तक भुगतान नहीं हुआ तो, मजदूर वालफोर्ट कंपनी के मुख्यालय भाटागांव गए, तब वहां पता चला कि हरिवंश पांडेय वालफोर्ड कंपनी का डायरेक्टर नहीं है. वह एक कांट्रेक्टर है ग्रुप से ठेका लेकर निर्माण कार्य कराता है. मजदूरों के मुताबिक हरीवंश को करीब 10 से 15 लाख रुपए का मजदूरी भुगतान करना है.
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पुलिस ने बुलाया थाना
इससे पहले भी हरिवंश ने अनियमित राजमिस्त्री, छोटे ठेकादार, मजदूर और गरीब तबके के लोगों की मजदूरी हड़प कर उससे मशीन, वाहन, मकान, जमीन और अन्य प्रॉपर्टी खरीदा है. प्रवीण कुमार मिश्रा से 5 लाख 42 हजार, शिव कुमार साहु से 2 लाख 85 हजार. इसी तरह करीब 7 लोगों का पैसा हड़प लिया. जिसकी शिकायत के बाद मंगलवार को हरिवंश पांडेय को थाने में बुलाया गया है.