रायपुर: 4 साल से बंद पड़ी लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी का पैसा दिलाने के नाम पर झांसा देकर कुशालपुर की एक महिला से 21 लाख रुपए ठगी करने का मामला सामने आया है. अलग-अलग फीस के तौर पर महिला से 4 साल तक एकाउंट में पैसा जमा करवाया गया. महिला ठगों के दिए गए बैंक के खाते में पैसा जमा करती रही लेकिन उनका पैसा वापस नहीं मिल पाया. जिसके बाद पिड़िता रेणुका देवांगन ने कोतवाली पुलिस में मामला दर्ज कराया है.
पुलिस के अनुसार कुशालपुर की रेणुका देवांगन जो कि किराना दुकान चलाती है उसने कोटक महिंद्रा बैंक से लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी लिया था. जिसमें 17 हजार रुपए जमा किए थे. 1 साल तक वह लगातार पैसे जमा करते रहने के बाद बैंक का दफ्तर दूसरी जगह पर शिफ्ट हो गया तो उन्होंने पैसा जमा करना बंद कर दिया था.
ऐसे हुआ फर्जीवाड़ा
2014 में महिला के पास बैंक की ओर से बात करने के नाम पर विवेक शर्मा ने कॉल किया. उसने भरोसा दिलाया कि रकम का दोगुना पैसा मिल जाएगा. इसी तरह से झांसा देता रहा और अलग-अलग व्यक्ति कॉल करते रहे महिला भी उनके कहे अनुसार खाते में कभी 20 हजार तो कभी 25 हजार रुपए जमा करती रही.
महिला ने वर्ष 2018 तक ठगों के खाते में लगभग 21 लाख रुपए जमा कर चुकी थी. उसके बाद भी पैसों की डिमांड आती रही तब महिला को शक हुआ और बैंक में जाकर पता किया तब फर्जीवाड़ा सामने आया.
10 लोगों पर FIR
महिला की शिकायत पर कोतवाली थाने में 420 के तहत ठगी का अपराध दर्ज किया है. महिला की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने दिल्ली और यूपी के 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. इसमें विवेक शर्मा, अनुराधा शर्मा, नेति कुमार, पवन देवी, रवि वर्मा, समीर चौधरी, सोमपाल सिंह, राहुल राज, अमजद अली और निजामुद्दीन समेत अन्य शामिल हैं.
साइबर सेल की मदद
पुलिस को शक है कि आरोपी फर्जी नाम से महिला को कॉल करते रहे होंगे पुलिस ने दसों मोबाइल नंबर को जांच के लिए साइबर सेल भेज दिया है और बैंक से भी बैंक खातों की जानकारी मांगी गई है. कॉल सेंटर बनाकर ठगी के लिए दिल्ली में बहुत से कॉल सेंटर चल रहे हैं. जहां बीमा पॉलिसी दिलाने से लेकर अन्य तरह का झांसे दिए जाते हैं.