रायपुर: बिलासपुर के बैंक ऑफ बड़ौदा से 5 करोड़ की धोखाधड़ी के मामले में एजेंट और अन्य लोगों के खिलाफ ईकोनॉमिक ऑफेंसेस विंग (EOW) में FIR दर्ज की गई है. इस ठगी में 11 लोनधारक और जमानतदार शिकार हुए हैं.
जानकारी के मुताबिक आरोपी एजेंट विश्वजीत भौमिक और अन्य आरोपियों ने फर्जी फर्म रजिस्ट्रेशन करवाया गया है. जिसके जरिए आरोपी लोगों को बैंक के माध्यम से लोन दिलाने का काम करते थे. आरोपियों ने लोनधारक और जमानतदारों के संज्ञान में लाए बिना ही उनके प्रापर्टी को बैंक में बंधक रखते हुए, उसके एवज में 5 करोड़ 4 लाख 15 हजार रूपए का लोन स्वीकृत करा लिया.
गुमराह करके दिलवाते थे कर्ज: लोनधारक
लोगधारकों ने बताया कि 'विश्वजीत भौमिक नाम के एक एजेंट ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर, लोगों को गुमराह किया और लोन दिलाने के नाम पर उनकी प्रापर्टी को बैंक में गिरवी रख दिया. जसके बाद उनको जानकारी दिए बगैर बैंक से लोन ले लिया गया है.
ब्लैंक चेक पर कराते थे हस्ताक्षर
कुछ जमानतदारों ने बताया कि 'लोन प्रक्रिया के दौरान विश्वजीत ने उन्हें कुछ रकम दी थी. लोनधारकों ने बताया कि 'विश्वजीत पहले से ही ब्लैंक चेक बुक में उनके हस्ताक्षर करवाकर रख लिया करता था. जिन लोनधारकों/जमानतदारों के नाम पर आरोपी लोन लेते थे, उनके खाते में कुछ रकम छोड़ देते थे. जिससे किश्त या ब्याज की रकम जमा होती रहे और बैंक को पता न चले. जब बैंक में ब्याज की राशि जमा होना बंद हुई तब ठगी का पर्दाफाश हुआ'.