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छत्तीसगढ़ की छात्रा से रांची में 23 लाख की ठगी, रिम्स में एडमिशन दिलाने का दिया था झांसा

रांची, रिम्स में एडमिशन दिलाने के नाम पर छत्तीसगढ़ की छात्रा से ठगी हुई है. आरोपियों ने एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन दिलाने के नाम पर 23 लाख की ठगी की और उसके बाद फरार हो गए. पीड़ित ने चुटिया थाने में मामला दर्ज कराया है.

छत्तीसगढ़ की छात्रा से रांची में 23 लाख की ठगी
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Published : Oct 13, 2019, 9:35 AM IST

Updated : Oct 13, 2019, 11:52 AM IST

रांची : छत्तीसगढ़ की छात्रा से रांची में 23 लाख की ठगी का मामला सामने आया है. रिम्स के एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन दिलाने के नाम पर यह ठगी हुई है. आरोपियों ने पीड़ित शैलेंद्र सिंह और उनकी बेटी को रिम्स में एडमिशन कराने का भरोसा दिया और 23 लाख रुपए की डिमांड की, पैसे मिलने के बाद सभी आरोपी फरार हो गए.

छत्तीसगढ़ की छात्रा से रांची में 23 लाख की ठगी

क्या है पूरा मामला

पीड़ित शैलेंद्र सिंह ने रांची के चुटिया थाने में आरोपी राजवीर सिंह, परिवेश बैठा और एक अज्ञात शख्स के खिलाफ FIR दर्ज कराई है. ठगी के शिकार शिक्षक शैलेंद्र सिंह ने बताया कि मैसेज के जरिए उनका संपर्क परिवेश बैठा नामक एक शख्स से हुआ, उसने बताया कि वह रांची के रिम्स में एडमिशन करवा सकता है. शैलेंद्र सिंह को अपनी बेटी का एडमिशन एमबीबीएस में करवाना था. परिवेश बैठा ने शैलेंद्र सिंह को यह भरोसा दिलाया कि रिम्स में उनकी बेटी का एडमिशन आसानी से हो जाएगा. एडमिशन में कुल 23 लाख रुपए लगेंगे. जब एडमिशन के सिलसिले में शैलेंद्र सिंह रांची पहुंचे, तो परिवेश ने राजवीर सिंह नामक एक व्यक्ति से उन्हें मिलवाया और कहा कि यही रिम्स के कर्ताधर्ता हैं और इन्हीं के माध्यम से उनकी बेटी का एडमिशन एमबीबीएस में होगा. परिवेश और राजवीर ने शैलेंद्र सिंह को रिम्स कैंपस ले जाकर कई लोगों से मिलवाया और यह भरोसा दिलाया कि वो लोग बेहद प्रभावशाली हैं और रिम्स में एडमिशन आसानी से करा सकते हैं.

4 अक्टूबर को दिया था 15 लाख

4 अक्टूबर को शैलेंद्र सिंह रांची पहुंचे. जहां उनकी मुलाकात आरोपी राजवीर सिंह से बरियातू स्थित एक होटल में हुई. इस बीच 15 लाख रुपए उन्होंने राजवीर सिंह को दिए. आरोपी ने शैलेंद्र सिंह को कहा कि उनके पास एक वेलकम लेटर पहुंचेगा. इसके बाद उन्हें बाकी के 8 लाख रुपए देने होंगे. 10 अक्टूबर को शैलेंद्र सिंह के पास एक फर्जी वेलकम लेटर पहुंचा, जिसके बाद वो फिर दोबारा 12 अक्टूबर को रांची पहुंचे. जहां आरोपी राजवीर सिंह ने उन्हें बाकी के 8 लाख मांगे और कहा कि जब तक पूरे पैसे नहीं मिलेंगे, तब तक एडमिशन नहीं होगा. एडमिशन न होने के डर से शैलेंद्र ने उसे पैसे दे दिए. जिसके बाद आरोपी ने शैलेंद्र को एडमिशन से संबंधित फर्जी लेटर दे दिया.

रिम्स पहुंचे, तो पता चला सब दस्तावेज फर्जी

शैलेंद्र सिंह जब रिम्स में एडमिशन के लिए पहुंचे तब डायरेक्टर से मिलने पर पता चला कि आरोपियों ने जो भी दस्तावेज दिए हैं, सब फर्जी हैं, जिसके बाद शैलेंद्र सिंह ने राजवीर और परिवेश के नंबर पर कई बार फोन किया लेकिन दोनों ही नंबर बंद मिले. रिम्स परिसर में उन दोनों के बारे में पूछने पर कोई जानकारी भी नहीं मिली. तब शैलेंद्र चुटिया थाने पहुंचे और मामला दर्ज कराया.

आरोपियों की तलाश जारी

चुटिया थाना प्रभारी ने बताया कि एडमिशन के नाम पर ठगी के पैसों का लेनदेन चुटिया थाना क्षेत्र में हुआ है. इसलिए यहां मामला दर्ज किया गया. फिलहाल पुलिस होटल में लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश कर रही है

रांची : छत्तीसगढ़ की छात्रा से रांची में 23 लाख की ठगी का मामला सामने आया है. रिम्स के एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन दिलाने के नाम पर यह ठगी हुई है. आरोपियों ने पीड़ित शैलेंद्र सिंह और उनकी बेटी को रिम्स में एडमिशन कराने का भरोसा दिया और 23 लाख रुपए की डिमांड की, पैसे मिलने के बाद सभी आरोपी फरार हो गए.

छत्तीसगढ़ की छात्रा से रांची में 23 लाख की ठगी

क्या है पूरा मामला

पीड़ित शैलेंद्र सिंह ने रांची के चुटिया थाने में आरोपी राजवीर सिंह, परिवेश बैठा और एक अज्ञात शख्स के खिलाफ FIR दर्ज कराई है. ठगी के शिकार शिक्षक शैलेंद्र सिंह ने बताया कि मैसेज के जरिए उनका संपर्क परिवेश बैठा नामक एक शख्स से हुआ, उसने बताया कि वह रांची के रिम्स में एडमिशन करवा सकता है. शैलेंद्र सिंह को अपनी बेटी का एडमिशन एमबीबीएस में करवाना था. परिवेश बैठा ने शैलेंद्र सिंह को यह भरोसा दिलाया कि रिम्स में उनकी बेटी का एडमिशन आसानी से हो जाएगा. एडमिशन में कुल 23 लाख रुपए लगेंगे. जब एडमिशन के सिलसिले में शैलेंद्र सिंह रांची पहुंचे, तो परिवेश ने राजवीर सिंह नामक एक व्यक्ति से उन्हें मिलवाया और कहा कि यही रिम्स के कर्ताधर्ता हैं और इन्हीं के माध्यम से उनकी बेटी का एडमिशन एमबीबीएस में होगा. परिवेश और राजवीर ने शैलेंद्र सिंह को रिम्स कैंपस ले जाकर कई लोगों से मिलवाया और यह भरोसा दिलाया कि वो लोग बेहद प्रभावशाली हैं और रिम्स में एडमिशन आसानी से करा सकते हैं.

4 अक्टूबर को दिया था 15 लाख

4 अक्टूबर को शैलेंद्र सिंह रांची पहुंचे. जहां उनकी मुलाकात आरोपी राजवीर सिंह से बरियातू स्थित एक होटल में हुई. इस बीच 15 लाख रुपए उन्होंने राजवीर सिंह को दिए. आरोपी ने शैलेंद्र सिंह को कहा कि उनके पास एक वेलकम लेटर पहुंचेगा. इसके बाद उन्हें बाकी के 8 लाख रुपए देने होंगे. 10 अक्टूबर को शैलेंद्र सिंह के पास एक फर्जी वेलकम लेटर पहुंचा, जिसके बाद वो फिर दोबारा 12 अक्टूबर को रांची पहुंचे. जहां आरोपी राजवीर सिंह ने उन्हें बाकी के 8 लाख मांगे और कहा कि जब तक पूरे पैसे नहीं मिलेंगे, तब तक एडमिशन नहीं होगा. एडमिशन न होने के डर से शैलेंद्र ने उसे पैसे दे दिए. जिसके बाद आरोपी ने शैलेंद्र को एडमिशन से संबंधित फर्जी लेटर दे दिया.

रिम्स पहुंचे, तो पता चला सब दस्तावेज फर्जी

शैलेंद्र सिंह जब रिम्स में एडमिशन के लिए पहुंचे तब डायरेक्टर से मिलने पर पता चला कि आरोपियों ने जो भी दस्तावेज दिए हैं, सब फर्जी हैं, जिसके बाद शैलेंद्र सिंह ने राजवीर और परिवेश के नंबर पर कई बार फोन किया लेकिन दोनों ही नंबर बंद मिले. रिम्स परिसर में उन दोनों के बारे में पूछने पर कोई जानकारी भी नहीं मिली. तब शैलेंद्र चुटिया थाने पहुंचे और मामला दर्ज कराया.

आरोपियों की तलाश जारी

चुटिया थाना प्रभारी ने बताया कि एडमिशन के नाम पर ठगी के पैसों का लेनदेन चुटिया थाना क्षेत्र में हुआ है. इसलिए यहां मामला दर्ज किया गया. फिलहाल पुलिस होटल में लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश कर रही है

Intro:छत्तीसगढ़ के शिक्षक की बेटी को डॉक्टर बनने का सपना देखा रांची के ठगों ने लगाया 23 लाख का चूना


छत्तीसगढ़ के एक शिक्षक की बेटी को डॉक्टर बनाने का सपना दिखाकर रांची में शिक्षक से 23 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। छत्तीसगढ़ के एक सरकारी स्कूल में कार्यरत शिक्षक शैलेंद्र सिंह से रांची के कुछ ठगों ने रिम्स में एडमिशन के नाम पर 23 लाख की ठगी कर फरार हो गए हैं।


क्या है पूरा मामला

रिम्स में एमबीबीएस में एडमिशन के नाम पर छत्तीसगढ़ के एक शिक्षक शैलेंद्र सिंह बैस से 23 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। इस संबंध में शैलेंद्र सिंह ने रांची के चुटिया थाना में आरोपी राजवीर सिंह ,परिवेश बैठा और एक अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है। ठगी के शिकार शिक्षक शैलेंद्र सिंह ने बताया कि मैसेज के जरिए उनका संपर्क परिवेश बैठा नामक एक शख्स से हुआ जिसमें यह बताया कि वह रांची के रिम्स में एडमिशन करवा सकता है। शैलेंद्र सिंह को अपनी बेटी का एडमिशन एमबीबीएस में करवाना था। परिवेश बैठाने अनिल सिंह को यह भरोसा दिलाया कि रिम्स में एडमिशन बड़े ही आराम के साथ हो जाएगा इसके लिए कुल 23 लाख लगेंगे। जब एडमिशन के सिलसिले में शैलेंद्र सिंह रांची पहुंचे तो परिवेश ने राजवीर सिंह नामक एक व्यक्ति से उन्हें मिलवाया और कहा कि यह रिम्स के कर्ता-धर्ता हैं और इन्हीं के माध्यम से उनकी बेटी का एडमिशन एमबीबीएस में हो जाएगा। परिवेश और राजवीर ने शैलेंद्र सिंह को रिम्स कैंपस ले जाकर कई लोगों से मिलवाया भी और यह भरोसा दिलाया कि वे लोग बेहद प्रभावशाली हैं और रिम्स में एडमिशन करवा देना उनके लिए कोई बड़ी बात नहीं है।


चार अक्टूबर को दिया था 15 लाख

चार अक्टूबर को शैलेंद्र सिंह जब रांची पहुंचे तो वे बरियातू स्थित एक होटल में शैलेंद्र सिंह की मुलाकात आरोपी राजवीर सिंह से हुई। जहां 15 लाख रुपए उन्होंने राजवीर सिंह को दिए। आरोपी ने शैलेंद्र सिंह को कहा कि उनके पास एक वेलकम लेटर पहुंचेगा। इसके बाद उन्हें बाकी के आठ लाख रुपए देने होंगे। 10 अक्टूबर को शैलेंद्र सिंह के पास एक फर्जी वेलकम लेटर पहुंचा। इसके बाद वे फिर दोबारा 12 अक्टूबर के वे रांची पहुंचे। चुटिया थाना क्षेत्र स्थित होटल बोधराज में ठहरे। सुबह 10 बजे शैलेंद्र सिंह एडमिशन के लिए रिम्स जाने वाले थे। उसी दौरान आरोपी राजवीर सिंह का फोन उनके पास आया। उसने कहा कि जबतक पैसे नहीं देंगे, एडमिशन नहीं होगा। इसके बाद शैलेंद्र सिंह ने आठ लाख रुपए उसे दे दिया। राजवीर ने शैलेंद्र सिंह को एमबीबीएस के एडमिशन से संबंधित एक फर्जी लेटर भी दिया और कहा कि इसे ले जाकर डायरेक्टर के पास दे दे और अपने बच्ची के लिए हॉस्टल देख उसे पढ़ाई के लिए रांची भेज दें।

रिम्स पहुचे तो पता चला सब दस्तावेज फर्जी

शैलेंद्र सिंह जब रिम्स एडमिशन के लिए पहुंचे। जहां डायरेक्टर से मिलने पर पता चला कि आरोपी द्वारा दिए गए सभी दस्तावेज फर्जी है। जिसके बाद शैलेंद्र सिंह ने राजवीर और परिवेश के नंबर पर कई बार फोन किया लेकिन दोनों ही नंबर बंद मिले। रिम्स परिसर में उन दोनों के बारे में पूछने पर कोई जानकारी भी नहीं मिली ।जिसके  बाद शैलेंद्र सिंह को मामला समझ में आया कि वह ठगी का शिकार हो चुके हैं। इसके बाद वे चुटिया थाना पहुंचे और मामला दर्ज कराया।

आरोपियों की तलाश जारी
रांची के चुटिया थाना प्रभारी रवि ठाकुर ने बताया कि एडमिशन के नाम पर 23 लाख की ठगी का मामला उनके थाने में आया है ।क्योंकि पैसे की ठगी उनके थाना क्षेत्र के एक होटल में हुई है ।इसलिए मामला यहां दर्ज किया गया है ।पुलिस फिलहाल होटल में लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान कर रही है ताकि उन्हें गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ किया जा सके।

बाइट - शैलेंद्र सिंह , ठगी के शिकार हुए शिक्षक
बाइट - रवि ठाकुर ,थाना प्रभारी चुटिया थाना रांचीBody:1Conclusion:2
Last Updated : Oct 13, 2019, 11:52 AM IST
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