रायपुर: राजधानी रायपुर के केंद्री गांव में एक ही परिवार के 5 लोगों का शव फांसी के फंदे से लटकता हुआ मिला था. इस खबर से राजधानी हिल गई थी. अब आत्महत्या मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इसकी धमक राजनीतिक गलियारे तक जा पहुंची है. 19 नवंबर को पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह केन्द्री गांव जाएंगे, जहां वे एक साथ पांच लोगों की मौत मामले में मृतकों के परिजनों से मुलाकात करेंगे.
जांच के लिए भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू, सांसद सुनील सोनी, अशोक बजाज ग्राम केन्द्री पहुचेंगे. सभी दोपहर ढाई बजे केंद्री गांव के लिए रवाना होंगे. वहां वे मृतक किसान कमलेश साहू के परिवार वालों और गांव वालों से बातचीत कर संदिग्ध मौत की वास्तविक वजह जानने की कोशिश करेंगे.
बता दें कि घटना के बाद भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय सहित सभी नेताओं ने इसके लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. भाजपा का आरोप है कि आथिक तंगी की वजह से 17 नवम्बर को हुए ग्राम केन्द्री में कमलेश साहू ने पहले अपनी पत्नी, मां और दो बच्चों की हत्या की और उसके बाद खुदकुशी कर ली.
रायपुर: फांसी के फंदे पर लटके मिले एक ही परिवार के 5 लोग, गृहमंत्री ने दिए जांच के निर्देश
अभनपुर के केंद्री गांव में एक ही परिवार के 5 लोगों का शव मिला था. एक साथ पांच लोगों की मौत ने इलाके को दहलाकर रखा दिया था. पांच व्यक्तियों के शव मिलने के बाद छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने जांच के आदेश दिए थे. अब अभनपुर पुलिस ने आत्महत्या के मामले को सुलझा लिया है.
आर्थिक तंगी के कारण मौत के मुंह में समाया परिवार
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार परिवार के पांचों लोगों ने आर्थिक तंगी के कारण मौत को गले लगाना उचित समझा. जानकारी के मुताबिक, कमलेश साहू मां और पत्नी की बीमारी से परेशान रहता था. जिससे वह थक हारकर खौफनाक कदम उठाया. पुलिस ने बताया कि आत्महत्या मामले में जांच तेज कर दी गई थी, जिसके बाद पुलिस ने एक-एक कड़ी जोड़कर जांच की. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद मौत की गुत्थी सुलझी है. पुलिस ने बताया कि आरोपी कमलेश साहू ने सबकी हत्या की और फिर खुदकुशी कर ली.