रायपुर: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और BJP के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बयान को लेकर प्रदेश की भूपेश बघेल सरकार पर निशाना साधा है. रमन सिंह ने कहा कि अगर ऐसे ही हालात रहे तो कांग्रेस सरकार ताश के पत्तों की तरह बिखर जाएगी. रमन सिंह ने कहा है कि अब सरकार अपने मंत्रियों को बोलने से रोक रही है, उन्हें चुप कराया जा रहा है. राज्य सरकार चाहती है कि बोलने वाले मंत्री चुप हो जाएं, इसका मतलब है कि जो मंत्री बोलेंगे उनका कोई औचित्य नहीं है. इससे जाहिर होता है कि जो मंत्री बोलने वाले हैं उन्हें बोलने नहीं दिया जा रहा है. सरकार ने अपने चहेते मंत्रियों को बोलने के लिए अधिकृत कर दिया है. बता दें कि मंत्री टीएस सिंहदेव को हटाकर सरकार ने सिर्फ दो मंत्रियों को बयान देने के लिए अधिकृत कर दिया है. जिस पर राजनीति हो रही है.
दरअसल स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का टीवी चैनल की डिबेट के दौरान कही गई बात का अंश वायरल हो रहा है. जिसमें उन्होंने धान का समर्थन मूल्य न दिए जाने पर इस्तीफे की बात कही है. हालांकि ETV भारत से बातचीत के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने कहा भी कि उनके बयान को मिसकोड किया गया है. रमन सिंह ने उसी बयान को आधार बनाकर राज्य सरकार पर निशाना साधा. रमन ने कहा कि सरकार के नंबर 2 के मंत्री अगर ऐसी बात करते हैं तो स्पष्ट है कि सरकार किसानों को अंतर की राशि देने की स्थिति में नहीं है.
सरकार ने नहीं निभाया वादा: रमन
रमन सिंह ने कहा कि राज्य के भूपेश बघेल सरकार की वादाखिलाफी का एक न एक दिन यही हश्र होना था. BJP लगातार जिन मुद्दों पर राज्य सरकार की आलोचना कर रही है, टीएस सिंहदेव के इस्तीफे की पेशकश ने उस पर मुहर लगा दी है. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाए हैं कि सरकार ने न तो किसानों के साथ न्याय किया है और न ही शराबबंदी का वादा निभाया है. प्रदेश के शिक्षित बेरोजगार युवकों को सरकार रोजगार नहीं दे पा रही है.
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बिखर जाएगी कांग्रेस की सरकार
पूर्व CM रमन सिंह ने कहा कि सरकार और सरकार के मंत्रियों की हालत ऐसी है कि अधिकांश मंत्रियों से अकेले में पूछा जाए तो उनमें बेचैनी प्रकट होती है. ऐसे में निश्चित तौर पर प्रदेश की कांग्रेस सरकार ताश के पत्ते की तरह बिखरने वाली है. मंत्रीमंडल का क्या होना है यह वक्त तय करेगा. लेकिन जैसे हालात फिलहाल कांग्रेस के अंदर हैं, उनमें मंत्रियों में एक दूसरे के प्रति अविश्वास बढ़ रहा है. ऐसे में लंबे वक्त तक इसका असर प्रदेश की राजनीति पर पडे़गा.