दमोह : छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी का शुक्रवार को निधन हो गया. छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम होने के अलावा उनका मध्यप्रदेश से भी खास रिश्ता था. अजीत जोगी अगर छत्तीसगढ़ के बेटे थे तो मध्यप्रदेश के दामाद थे. इसके अलावा प्रोबेशन काल में प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी के तौर जोगी की पहली पोस्टिंग ग्वालियर हुई थी.
अजीत जोगी का दमोह से गहरा नाता रहा है, पूर्व सीएम दमोह के दामाद थे. दमोह के रहने वाले रत्नेश सोलोमन से उनका पारिवारिक रिश्ता था. दरअसल कांग्रेस के नेता रत्नेश सोलोमन की बहन से अजीत जोगी का विवाह हुआ था. अजीत जोगी के निधन की खबर मिलते ही दमोह में मौजूद रेणु जोगी के परिजनों में शोक की लहर छा गई.
मध्यप्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री रहे रत्नेश सोलोमन की बहन रेणु से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री अजीत जोगी का उस वक्त विवाह हुआ था, जब अजीत जोगी मध्यप्रदेश में कलेक्टर थे. वहीं उसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह उनको राजनीति में लेकर आए थे. कांग्रेस नेता होने के नाते कई बार अजीत जोगी दमोह भी आए थे. वहीं विभाजित मध्यप्रदेश के बाद छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री बनने के बाद भी अजीत जोगी का दमोह आगमन हुआ.
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रत्नेश सोलोमन के कुछ चुनाव में भी अजीत जोगी दमोह प्रचार करने आए. अजीत जोगी की यादें दमोह के लोगों के जेहन में है. हालांकि पूर्व मंत्री रत्नेश सोलोमन का पहले ही निधन हो चुका है. वहीं उनके बेटे आदित्य सालोमन और बेटी तान्या सालोमन को इस घटना की जानकारी मिली तो उन्होंने अपनी शोक संवेदना व्यक्त की. आदित्य सालोमन और तान्या सालोमन ने कहा कि अजीत जोगी उनके बड़े पिता जैसे थे.