रायपुर: प्रदेश में लगातार हो रही हाथियों की मौत पर वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने बयान दिया है. मंत्री ने कहा कि वन विभाग ने हाथियों की मृत्यु की घटना को बहुत गंभीरता से लिया है. अकबर ने कहा कि प्रदेश में तीन हाथियों की मौत के मामले की जांच के लिए, सेवानिवृत्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक केसी बेवर्ता की अध्यक्षता में कमेटी का गठन कर दिया गया है. कमेटी एक महीने में रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी.
जांच कमेटी में वन्य प्राणी विशेषज्ञ डॉ. आरपी मिश्रा, वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉ. वर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. देवा देवांगन को सदस्य और अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य प्राणी को सदस्य सचिव बनाया गया है. यह जांच कमेटी हाथियों की मौत के कारण और परिस्थितियां, किसी स्तर पर कोई चूक होना, उस चूक का उत्तरदायित्व और लगातार हो रही इस घटना पर रोक लगाने जैसे बिंदुओं पर जांच टीम मामले की रिपोर्ट सौंपेगी.
'न मॉनिटरिंग है, न सही तरीके से काम, हथिनियों की मौत का पता नहीं लगाया तो और मुश्किल होगी'
हाथियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई
मोहम्मद अकबर ने कहा कि इस मामले को वन विभाग ने पूरी गंभीरता से लिया है. पीसीसीएफ स्तर के अधिकारी के साथ-साथ वन मंडलाधिकारी, एसडीओ, रेंज आफिसर सहित सभी बड़े अधिकारी घटना स्थल पर मौजूद हैं. पोस्ट मार्टम का काम पूरा हो चुका है. तीनों हाथियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई गई है. जिसमें एक हाथी की मौत हृदयाघात, दूसरे हाथी की टाक्सीसिटी और तीसरे हाथी की मौत इंफेक्शन से कारण होना बताया गया है. बता दें कि मंत्री ने इसके पहले दो हाथियों के मौत की वजह बताई थी. जिसके बाद तीसरे हाथी की रिपोर्ट आनी बाकी थी. रिपोर्ट आने के बाद शुक्रवार को मंत्री ने तीसरे हाथी के मौत का कारण बताया है.
अधिकारियों से हुई चर्चा
मंत्री ने बताया कि इस संबंध में भारत सरकार के वाइल्ड लाइफ से जुड़े अधिकारियों के साथ भी वीडियो कॉन्फेंसिंग के जरिए बातचीत हुई है. मामले में एक महीने के अंदर जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी. बता दें कि पिछले कुछ दिनों में प्रदेश में अब तक तीन हाथियों की मौत हो चुकी है.