रायपुर: छत्तीसगढ़ का 'प्रयाग' कहे जाने वाले राजिम में प्रदेश का सबसे बड़ा मेला यानि 'राजिम पुन्नी मेला' का आयोजन हर साल किया जाता है. जिसमें शामिल होने के लिए पूरे प्रदेश के लाखों लोग लगातार 15 दिनों तक पुण्य का लाभ लेने आते हैं. इसके साथ ही बड़ी संख्या में विदेशी सैलानी भी राजिम के इस भव्य पुन्नी मेले को देखने आते हैं. राजिम पुन्नी मेले की वजह से पूरे विश्व में छत्तीसगढ़ की एक अलग पहचान है.
राजिम पुन्नी मेला के पहले दिन रविवार को फ्रांस के विदेशी दर्शनार्थियों का आगमन हुआ. रायपुर एयरपोर्ट पहुंचते ही विदेशी सैलानी अपने गाइड के जरिए राजिम पहुंचे.जहां सभी ने त्रिवेणी संगम, मंदिरों और साधु-संतों का दर्शन किया. विदेशी मेहमान नदी के बीच विशाल मेला और यहां की संस्कृति देखकर काफी प्रभावित और उत्साहित हुए.
पुन्नी मेला देखकर प्रभावित हुए विदेशी सैलानी
नदी के बीच राजीव लोचन मंदिर और कुलेश्वर नाथ मंदिर को देखकर विदेशी सैलानी अचंभित रह गए. इसके साथ ही फ्रांस से आए विदेशी सैलानियों ने घूम-घूमकर मेले का लुत्फ उठाया. विदेशी पर्यटक यहां 4 दिन रहकर आसपास के ऐतिहासिक पर्यटन स्थल का भ्रमण करेंगे.