रायपुर: खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने प्रदेश में प्याज की बढ़ती कीमत को नियंत्रित करने के लिए हर संभव उपाय किए जाने के निर्देश दिए हैं.
बता दें, राज्य की उचित मूल्य के दुकानों से प्रतिदिन 10-15 क्विंटल प्याज उचित दर पर विक्रय किया जा रहा है. इन दुकानों से प्रत्येक हितग्राही को 5 किलोग्राम प्याज का विक्रय किया जा रहा है. इसके अलावा रायपुर शहर में थोक प्याज व्यापारियों से समन्वय कर 4 नवंबर से शहर के सात स्थानों में 70 रुपये प्रतिकिलो की दर से प्याज का विक्रय किया जा रहा है.
राज्य शासन की ओर से दिए गए हैं निर्देश
राज्य के अन्य जिलों में प्याज के खुदरा बाजार मूल्य में अप्रत्याशित वृद्धि के संदर्भ में सभी जिलों के थोक प्याज व्यापारियों से समन्वय कर उचित दर की दुकान शुरू कर प्याज उपलब्ध कराने के निर्देश भी राज्य शासन की ओर से दिए गए हैं.
खाद्य मंत्री अमरजीत भगत की मानें तो भारत सरकार खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय की ओर से आयात की जा रही प्याज में से भारत शासन की एजेंसी नेफेड के माध्यम से प्याज का स्टॉक राज्य के खुले बाजारों में आपूर्ति किए जाने पर प्याज के थोक एवं खुदरा बाजार मूल्य में कमी आ सकती है.
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राज्य शासन की ओर से प्याज के व्यापारियों को 500 क्विंटल और कमीशन अभिकर्ताओं को 100 क्विंटल प्याज स्टॉक में रखने की अनुमति दी गई है. वहीं वर्तमान में रायपुर में लगभग प्याज के 22 थोक व्यापारी हैं.
जबकि छत्तीसगढ़ में प्याज का उत्पादन बहुत ही कम है. प्रदेश में प्रतिमाह 30 हजार टन प्याज की जरूरत होती है. जिसके लिए छत्तीसगढ़ में आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक से प्याज का आयात होता है. राज्य में प्रतिदिन लगभग 100 से 150 टन प्याज का आयात किया जा रहा है.