रायपुर: मंत्री अमरजीत भगत (Minister Amarjit Bhagat) ने केंद्र सरकार पर करारा वार किया है. उन्होंने धान खरीदी पर कहा कि जिस तरह भारत-पाक के बीच संबंध खराब होने पर भी बातचीत होती है. उसी तरह हम भी धान खरीदी के लिए बातचीत कर रहे हैं. अमरजीत भगत का कहना है कि केंद्र से कई बार चावल का पूल कोटा बढ़ाने की मांग की गई है. लेकिन इस पर केंद्र की तरफ से कोई सकारात्मक रुख नहीं मिला है. उन्होंने कहा जिस तरह से भारत-पाकिस्तान के बीच वार्ता होती रहती है. फिर भी समस्या का समाधान नहीं होता. उसी तरह हमारी भी बातचीत केंद्र सरकार से हो रही है. देखिए कब समाधान होता है. उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान में इस बाद का उल्लेख है कि वार्ता जारी रहना चाहिए. हम भी भारत सरकार से वार्ता जारी रखना चाहते हैं. जब तक बात न बने तब तक वार्ता जारी रहने चाहिए. हम भी भारत सरकार के साथ वार्ता जारी रखना चाहते हैं ताकि छत्तीसगढ़ के पक्ष में कुछ अच्छी बातें सामने आए.
हमने सरकार की प्रशंसा की है कि, चुनाव से पहले 2800 रुपए क्विंटल की रेट से धान खरीदने का आश्वासन दिया है. आने वाले समय में लोग सीएम को धान वाले बाबा के नाम से जानेंगे. इसकी ब्रांडिंग हो चुकी है. पिछली रमन सिंह की सरकार ने 70-71 लाख मीट्रीक टन से अधिक धान की खरीदी नहीं किया. सीएम बघेल के कार्यकाल में इस बार लेटेस्ट 105 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी होने जा रही है. यह अपने आप में रिकॉर्ड है.
धान खरीदी पर बोले खाद्य मंत्री अमरजीत भगत
खाद्य मंत्री अमरजीत भगत (Food Minister Amarjit Bhagat) ने बताया कि 1 दिसम्बर से धान खरीदी होनी है. धान खरीदी (Paddy purchased) की तैयारियों को लेकर नोडल अधिकारियों की नियुक्ति के निर्देश दे दिये गए हैं. इसके साथ ही केंद्रीय पूल के अंतर्गत 61.65 लाख टन अरवा चावल लेने की अनुमति मिली है. केंद्रीय पूल में उसना चावल नहीं लिया जा रहा है. जिससे 500 राइस मिल्स बंद हो जाएगी.
आम बजट में खाद्य योजनाओं का विस्तार होना चाहिए- अमरजीत भगत
अमरजीत भगत ने कहा कि वह केंद्र सरकार से उसना चावल लेने का अनुरोध भी करेंगे. केंद्रीय खाद्य मंत्री पीयूष गोयल (Union Food Minister Piyush Goyal) से धान उपार्जन और कस्टम मिलिंग (Paddy procurement and custom milling) से संबंधित मांगें रखने के लिए समय मांगा है. भारत सरकार से लगातार संपर्क जारी है. अभी तक समय नहीं मिला है. इस समय धान खरीदी को लेकर पूरे देश में छत्तीसगढ़ का नाम है. खाद्य मंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि केंद्र सरकार के असहयोग के बावज़ूद रिकॉर्ड धान खरीदी हो रही है. इस साल भी 105 लाख रिकॉर्ड धान खरीदी होगी. उन्होंने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को लोग अब धान वाले बाबा के नाम से जानेंगे.